
गंगासिंह जी के द़ोहिते का निधन राज परिवार मे शोक






जयपुर। पूर्व काेटा राजपरिवार के सदस्य एवं पूर्व सांसद बृजराजसिंह का शनिवार को निधन हो गया। सिंह के निधन से बीकानेर के राज परिवार ने अपना निकट संबंधी खाेया है। दरअसल, बृजराजसिंहजी का ननिहाल बीकानेर का राज परिवार है। वे यहां के महाराजा गंगासिंहजी की छाेटी बेटी सुशीलाकुमारी के बेटे थे। इस लिहाज से बीकानेर उनकी ननिहाल है। बीकानेर रियासत के इनके ममेरे भाई डाॅ.करणीसिंह और ये दाेनाें लंबे समय तक एक साथ सांसद भी रहे।
इनके जन्म की खुशी में चंबल पुल का टैक्स समाप्त कर दिया था
पूर्व महाराव बृजराज सिंह कला के पारखी थे। उन्होंने आर्टिकल्स ऑन डिफेंस, हिस्ट्री टूरिज्म एंंड ऑन कंजर्वेशन, द किंगडम देट वाज काेटा सहित कई पुस्तकें लिखी। उनकी निजी लाइब्रेरी में पांच हजार से अधिक किताबें हैं। इतिहासविद् फिराेज अहमद बताते हैं की पूर्व महाराव बृजराज सिंह हाड़ौती व राजस्थानी भाषा के पैरोकार और काेटा चित्र शैली के काफी जानकार रहे हैं। उन्हाेंने आमजन के लिए गढ़ पैलेस में राव माधाेसिंह म्यूजियम ट्रस्ट की स्थापना की। इन्हें शास्त्रीय संगीत से गहरा लगाव था। हाड़ाैती रियासत की परंपरा में शुमार दशहरा पर पुन: दरीखाने की परंपरा काे शुरू किया। उन्हाेंने एमबीएस अस्पताल में राेगियाें की सुविधा के लिए काॅटेज वार्ड का निर्माण करवाया। 21 फरवरी 1934 काे जब उनका जन्म हुआ तो महाराव भीमसिंह ने चंबल पुल पर लगने वाला टैक्स समाप्त कर दिया था।
पढ़ने-लिखने के थे बेहद शौकीन; खुद की लाइब्रेरी में 5 हजार से ज्यादा किताबें थी
जन्म : 21 फरवरी 1934
एजुकेशन : मेयाे काॅलेज अजमेर, सेंट स्टीफन काॅलेज दिल्ली एवं दिल्ली यूनिवर्सिटी में एजुकेशन, बीएऑनर्स व एमए इतिहास एवं राजनीति शास्त्र।
अधिकृत पद : मुख्य संरक्षक सेंट्रल काॅपरेटिव बैंक काेटा 1959-1961, सदस्य स्टेट बाेर्ड फाेर प्रिजर्वेशन ऑफ वाइल्ड लाइफ राजस्थान 1959-1974, झालावाड़ सीट से 1962, 1967 और 1971 में लाेकसभा सदस्य रहे, सदस्य स्टेट प्लानिंग बाेर्ड राजस्थान 1962-1966, सदस्य मेयाे काॅलेज जनरल काउंसलिंग अजमेर 1955- 1974 और 1974 से अब तक, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट मेयाे काॅलेज जनरल काउंसलिंग अजमेर 1993 से, आजीवन सदस्य नेशनल स्पाेर्ट्स कलब ऑफ इंडिया, दिल्ली ग्लाइडिंग क्लब,आजीवन सदस्य नेशनल राइफल एसाेसिएशन, आजीवन सदस्य नेचुरल हिस्ट्री साेसायटी, आजीवन सदस्य डबल्यूडब्ल्यूएफ,आजीवन सदस्य विंटैज कार क्लब ऑफ इंडिया, आजीवन सदस्य इंडियन पाॅर्लियामेंट्री ग्रुप दिल्ली सहित देश की विभिन्न संस्थाओं के सदस्य और पदाधिकारी रह चुके हैं।
लेखन : आर्टिकल्स ऑन डिफेंस, हिस्ट्री टूरिज्म एंंड ऑन कंजर्वेशन , द किंगडम देट वाज काेटा।
बीकानेर राज परिवार को एक सप्ताह में दूसरा शोक
पूर्व बीकानेर रियासत ने एक सप्ताह में अपने दूसरे निकट संबंधी को खोया है। इससे पहले डूंगरपुर रियासत की पूर्व महारानी देव कंवर का निधन हो गया था। वे भी बीकानेर रियासत के महाराजा गंगासिंह जी की पौत्री एवं प्रिंस बिजयसिंह की पुत्री थी।


