
गुंडों से बचाने के लिए भरे बाजार में मदद को चिल्लाती रही महिला, भीड़ देखती रही





गुंडों से बचाने के लिए भरे बाजार में मदद को चिल्लाती रही महिला, भीड़ देखती रही
भरतपुर। रविवार को एक महिला घर से ड्यूटी के लिए निकली। इस बीच एक जीप उसके पास रुकती है और उसमें से दो लोग उतरकर महिला को उठाने का प्रयास करते हैं। इस दौरान वहां तमाशा देखने के लिए काफी लोग जमा हो जाते हैं। महिला मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन उसे बचाने की हिम्मत किसी ने नहीं जुटाई। जब यह नजारा वहां स्थित एक ई मित्र संचालक ने देखा तो उससे रहा नहीं गया और वह आरोपियों का विरोध करने लगा।
जब पुलिस की धमकी दी तो आरोपी वहां से भाग निकले। यह सारा घटनाक्रम बाड़ी कस्बे का है, जो किसी दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। हद तो तब हो गई जब पुलिस ने इस मामले को लगभग 5 घंटे बाद दर्ज किया। देरी का कारण जब जानना चाहा तो बताया गया कि आज एसपी मीटिंग ले रहे थे, इसलिए मामला दर्ज करने में देरी हो गई। उक्त महिला को जबरन ले जाने के प्रयास के पीछे घरेलू विवाद बताया जा रहा है।
महिला भूरी पुत्री भवूती गुर्जर निवासी गुर्जर कॉलोनी सैंपऊ रोड बाड़ी ने बताया कि उसकी शादी 12 वर्ष पहले जगनेर कस्बे के गांव रछुआ में साहब सिंह के साथ हुई थी। उसके पति के भाभी के साथ गलत संबंध थे। इस पर उसने ससुराल छोड़ दिया था और पिछले छह साल से वह अपने पिता के द्वारा दिए गए प्लॉट में मकान बनाकर अपने तीन बच्चों के साथ रह रही है। वह बाड़ी कस्बे के एक निजी नर्सिंग होम में काम करती है। महिला का कहना है कि ससुरालीजन उसे आए दिन परेशान करते हैं।
उसका कहना है कि इस मामले में उसने पहले भी पुलिस को कई बार जानकारी दी, लेकिन आज तक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसके चलते उनके दिन ब दिन हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। यही कारण है कि आज आरोपियों ने उसका अपहरण करने का प्रयास किया। इसके बाद सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को थाने ले आई, जहां उसकी तहरीर पर लगभग 5 घंटे बाद मामला दर्ज किया गया।
इस मामले में भूरी ने अपने नंदोई और उसके पांच साथियों पर अपहरण करने का मामला दर्ज कराया है। इस घटना को लेकर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि पूरा मामला ससुराल पक्ष और युवती के बीच चल रहे झगड़े का है, जिसमें उसके नंदोई और दोस्त के अलावा अन्य लोगों से उसे जबरन उठाकर ले जाने का प्रयास किया है। युवती की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है।
थाने में 5 घंटे मामला दर्ज कराने बैठी रही पीड़िता
रविवार को बाड़ी शहर में आयोजित रक्तदान शिविर में भाग लेने के लिए पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत आए हुए थे। इस समारोह के बाद एसपी ने बाड़ी पुलिस चौकी पर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की मीटिंग ली। इस दौरान पीड़ित महिला लगभग 5 घंटे तक थाने में ही बैठी रही। एसपी के बाड़ी से रवाना होने के बाद पुलिसकर्मी थाने पहुंचे और उसके बाद उन्होंने मामला दर्ज किया।
इस मामले की मुझे जानकारी नहीं है। यह तो आपने बताया है। आज एसपी ने बाड़ी पुलिस चौकी पर कोरोना को लेकर मीटिंग ली थी।पूरा पुलिस प्रशासन उस मीटिंग में व्यस्त था। इसलिए हो सकता है कि मामला दर्ज करने में देरी हो गई होगी। – बाबूलाल, सीओ


