
सफाईकर्मियों की हड़ताल से पूरे शहर की सफाई व्यवस्था चरमराई, सरकार का रुख सकरात्मक





सफाईकर्मियों की हड़ताल से पूरे शहर की सफाई व्यवस्था चरमराई, सरकार का रुख सकरात्मक
बीकानेर। पिछले एक सप्ताह से ज्यादा होने से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई गई है। पूरे शहर में गंदगी के ढेर लग गया है। लेकिन सरकार का रुख देखते हुए लग रहा है अब हड़ताल समाप्त होने के आसार बनते नजर आ रहे है। इसको लेकर सरकार ने आन्दोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक कदम उठाने का निर्णय लिया है। हालांकि अभी तक अधिकारिक घोषणा तो नहीं हुई है। लेकिन स्वास्यत शासन मंत्री झाबर सिंह ने आन्दोलनकारियों से हुई वार्ता में सकारात्मक संदेश दिया है और काम पर जल्द लौटने की बात कही है। जानकारी मिल रही है कि सरकार मौजूदा भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर नये सिरे से सफाई कर्मियों की भर्ती करेगी। इतना ही नहीं निकाय में काम करने वालों को अनुभव का लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा लॉटरी व प्रायोगिक परीक्षा को भर्ती का आधार बनाया जा सकता है। गौरतलब रहे कि एक मार्च को 24 हजार 797 से ज्यादा पदों के लिये 9 लाख अभ्यार्थियों ने आवेदन भरा था। जिसके बाद से ही वाल्मिकी समाज ने इसका विरोध करते हुए कई मांगों को सरकार के समक्ष रखा था। किन्तु पहले सरकार ने आचार संहिता का हवाला देकर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया था। अब जब वाल्मिकी समाज ने हड़ताल कर दी तो सरकार को सोचने को मजबूर होना पड़ा। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि इस भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण का आधार क्या रहेगा और क्या वाल्मिकी समाज के लोगों को प्राथमिकता मिलेगी।


