
मुख्यमंत्री ने उपराष्ट्रपति के बार बार राजस्थान दौरे पर उठाए सवाल आखिर चाहते क्या है






जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के लगातार राजस्थान दौरे को लेकर सवाल खड़े किए हैं। गहलोत ने कहा- पहले प्रधानमंत्री आए और अब उपराष्ट्रपति अप-डाउन कर रहे हैं। आज उपराष्ट्रपति पांच जगह जाएंगे। चार हेलिकॉप्टर से 5 जगह दौरा है। गवर्नर साहब हों या उपराष्ट्रपति हों, हम सम्मान करते हैं।
बुधवार को गहलोत जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में मिशन 2030 के लिए जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। गहलोत ने कहा- उपराष्ट्रपति अगर राष्ट्रपति बनेंगे तो भी हम स्वागत करेंगे, लेकिन अभी मेहरबानी रखें। बार-बार सुबह-शाम आ रहे हैं। दौरे कर रहे हैं। इसका कोई तुक नहीं है। क्या तुक है। चुनाव चल रहे हैं राजस्थान में। आप बार-बार आओगे तो लोग क्या समझेंगे। आप चाहते क्या हो? यह संवैधानिक संस्थाएं हैं। उनका मान-सम्मान रहना चाहिए। चाहे कोई सरकार हो। प्रधानमंत्री ने इस बार कहलवा दिया कि प्रोटोकॉल में कोई नहीं आएगा, न अफसर, न मंत्री। शेखावत साहब उपराष्ट्रपति बने थे तो उन्होंने कहा था कि राजस्थान मेरा घर है। यहां कोई प्रोटोकॉल में नहीं आएगा।
गहलोत ने कहा- एक के बाद एक मंत्री आ रहे हैं। उपराष्ट्रपति बार-बार आ रहे हैं। जनता इनको जवाब देगी। केंद्र के मंत्री राजस्थान आ रहे हैं। वैसे भी मंत्रियों के पास काम नहीं है। इन लोगों ने नया सिस्टम बना दिया। मंत्रियों की चल नहीं रही है और एक क्रस्स् का व्यक्ति बैठा दिया। वही सब राज चलाता है।
लोग कहते हैं- सरकार आ रही है
सीएम गहलोत ने कहा- चुनाव आ रहे हैं। माहौल ऐसा बन गया है, जब मैं कहता हूं कि सरकार इस बार आ सकती है तो लोग कहते हैं कि सरकार आ सकती नहीं, सरकार आ रही है। इसका मतलब है कि मामला इस बार ठीक हो सकता है, अगर आप सब का आशीर्वाद मिला तो।
सरकार बदलने का नुकसान होता है
गहलोत ने कहा- सरकार बदलने का नुकसान होता है। वसुंधरा की सरकार ने ईआरसीपी दी, हमने उसको बंद नहीं किया। जयपुर-अजमेर पानी के लिए तड़पते थे, बीसलपुर बांध बनने के बाद राहत मिली। वसुंधरा सरकार ने सरकार बदलते ही मेट्रो के आगे का काम बंद कर दिया। अंबाबाड़ी से 22 गोदाम तक की मेट्रो का काम इन्होंने बंद कर दिया, अभी मैंने उसे प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया है। रिफाइनरी के प्रोजेक्ट को भाजपा के समय में बंद कर दिया गया। हमारे समय में हम पशुपालकों को ₹2 दूध पर सब्सिडी देते थे, बीजेपी ने उसे बंद कर दिया। अब हमने आकर के उसको चालू किया तो उसका नतीजा यह रहा कि राजस्थान दूध उत्पादन में नंबर वन हो गया।
प्रधानमंत्री अजमेर और जयपुर में वादा करके गए थे, इसके बावजूद अब तक उसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किया। पूरे देश में 16 परियोजना चल रही है। एक राजस्थान की हो जाएगी तो कौन सी बड़ी बात हो जाती। वह राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करेंगे और मेरी जिद है कि हम श्वक्रष्टक्क बना के रहेंगे। हमने इस बार इसका बजट 14 हजार करोड़ रुपए रखा है, वहां पर टेंडर हो गए हैं, काम चालू हो गया है।
गहलोत इस संवाद कार्यक्रम के बाद इसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत चौमूं जाएंगे। चौमूं बाइपास स्टेडियम में वे बागवानों से बातचीत करेंगे। गहलोत बागवानों से 2030 तक का विजन पूछेंगे। बागवानी सेक्टर को आगे बढ़ाने के लिए क्या किया जाए, इस पर बागवानी करने वाले प्रगतिशील किसानों से बातचीत करेंगे।
सीएम आज से देव दर्शन की शुरुआत भी कर रहे हैं। जयपुर और चौमूं में मिशन 2030 की सभाओं के बाद खाटूश्यामजी और सालासर दौरे पर जाएंगे और मंदिर दर्शन करेंगे। खाटूश्यामजी और सालासर में देश भर से श्रद्धालु आते हैं। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले गहलोत की देव दर्शन यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है।
गहलोत 18 जिलों में मिशन 2030 की सभाएं करेंगे
सीएम अशोक गहलोत का जिलों में जाकर सभाएं करने और मंदिर में दर्शन करने का 9 दिन का कार्यक्रम तैयार किया गया है। वे सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडग़ढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, जोधपुर, पाली, जालोर, सिरोही जिले में मिशन 2030 की सभा के साथ देव दर्शन करेंगे। 27 से 30 सितंबर और 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक गहलोत लगातार दौरे करेंगे।


