
घर से पिछले चार दिन से लापता युवक का शव नहर में मिला परिजनो ने शव की पहचान की



घर से पिछले चार दिन से लापता युवक का शव नहर में मिला परिजनो ने शव की पहचान की
खुलासा न्यूज बीकानेर। जिले के पूगल थाना क्षेत्र की नहर में एक युवक का शव मिला है। जिसकी शिनाख्त सत्तासर निवासी दुर्गाराम पुत्र लिखमाराम के रूप में हुई है। मृतक पिछले कई दिनों से लापता था, पहले परिजनों ने अपने स्तर पर तलाश की, लेकिन जब नहीं मिला तो छत्तरगढ़ पुलिस थाने पहुंचे और गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवायी। उसके बाद 10 नवंबर को नहर की पटरी पर दुर्गाराम के कपड़े, चप्पल व पर्स मिला, ऐसे में नहर में कूदकर ने की आशंका के चलते पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। बुधवार को पूगल थाना क्षेत्र की आरडी 786 की नहर में शव मिला। ऐसे में पुलिस ने परिजनों को बुलाकर शिनाख्त करवायी। फिलहाल शव पूगल अस्पताल की मोर्चरी में है, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार सत्तासर निवासी दुर्गाराम पुत्र लिखमाराम आठ नवंबर को अपने मामा के लडक़े के साथ 585 आरडी नहर पर घूमने गया था। कुछ देर बाद मामला लडक़ा बीकानेर जाने वाली बस में सवार हो गया, जबकि दुर्गाराम ने अपनी बहन के घर जाने की बात कही। लेकिन दुर्गाराम न तो अपनी बहन के घर पहुंचा और न ही अपने घर लौटा।
परिजनों ने जब तलाश शुरू की तो 10 नवंबर को नहर की पटरी पर दुर्गाराम की चप्पल, कपड़े और पर्स मिला। आसपास के क्षेत्र में काफी खोजबीन के बावजूद युवक का कोई सुराग नहीं लग पाया। परिजनों ने स्थिति की जानकारी छत्तरगढ़ पुलिस को दी, जिसके बाद थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने एसडीआरएफ टीम बीकानेर से संपर्क कर इंदिरा गांधी नहर में सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। लेकिन सघन सर्च के बाद भी दुर्गाराम का कोई सुराग नहीं लगा। ऐसे में एसडीआरएफ टीम ने अपना अभियान रोक दिया। बुधवार को पूगल थाना क्षेत्र में नहर में शव तैरता हुआ मिला। जिसकी शिनाख्त सत्तासर निवासी दुर्गाराम के रूप में हुई है।
पूर्व में भी घर से निकल गया था दुर्गाराम
पुलिस के अनुसार मृतक दुर्गाराम इस तरह पहले भी एक बार लापता हुआ था, जिसने अपने कपड़े और चप्पल नहर किनारे छोड़े थे, लेकिन कुछ दिनों बाद वापिस लौट आया। इस बार नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। हालांकि अभी यह पता नहीं चल पाया कि दुर्गाराम नेे ऐसा कदम क्यों उठाया।




