
डिकॉय ऑपरेशन की निकली हवा, बिक रही ओवररेट शराब






बीकानेर। जिले में शराब दुकान संचालकों द्वारा ग्राहकों से निर्धारित दर से अधिक राशि वसूलने की शिकायत पर राज्य वित्त सचिव राजस्व द्वारा गठित टीम ने एक सप्ताह पूर्व डिकॉय ऑपरेशन कर करीब आधा दर्जन से अधिक दुकानों पर छापा मारा था। टीम ने दुकानों पर बोगस ग्राहक भेजकर ऑपरेशन किया। इसमें अधिकांश दुकानों पर शराब संचालकों द्वारा ओवररेट में शराब बेचने का मामला पकड़ा था। टीम ने ऑपरेशन के बाद आबकारी विभाग को दोषी शराब दुकान संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अवगत कराया था। इसके बाद भी इन दुकानों पर ग्राहकों को अभी भी ओवर रेट में शराब बेची जा रही है। शराब दुकान संचालक इस कदर बेखौफ है कि डिकॉय ऑपरेशन के बाद भी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। सहित कई दुकानों पर अभी भी ओवररेट शराब बेची जा रही है। इतना नहीं इन दुकानों पर शराब का रेट कार्ड भी चस्पा नहीं है। इसके चलते दुकान संचालक आम जनता को मनमर्जी से ओवर रेट में शराब बेच रहे हैं।
यह है डिकॉय ऑपरेशन-
अनियमितता की शिकायत पर राज्य सरकार के वित्त सचिव रेवन्यू द्वारा टीम भेजकर संबंधित विभाग में डिकॉय ऑपरेशन किया जाता है। इसमें टीम के सदस्य बोगस ग्राहक बनकर अनियमितता की पड़ताल करते हैं। जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित विभाग के अधिकारी को कार्रवाई करनी होती है।
बीस से पचास तक ज्यादा वसूली
गौरतलब है कि अंग्रेजी हो या फिर देसी शराब दुकान सभी दुकानों में प्रिंट रेट से दस से बीस रुपए अधिक दर पर बेची जा रही है, साथ ही शराब की दुकानों पर रेट लिस्ट भी नहीं लगी है। वहीं शराब की मिल रही शिकायत के बावजूद पुलिस-प्रशासन व आबकारी विभाग कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। शौकिनों का कहना है कि शहर में संचालित अंग्रेजी और देशी शराब दुकानों पर जमकर ओवर रेट में शराब बेची जा रही है। यह सब अबकारी विभाग के अधिकारियों की जानकारी में हो रहा है। इस कारण से वे शराब दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
मिलावट करते हैं
दुकानों पर काम करने वाले सेल्समैन मिलावटी शराब बेचने में भी काफी माहिर हैं। देसी शराब के क्वार्टर व बोतल में यह लोग आसानी से उसका ढक्कन खोलकर पानी की मिलावट कर बचे रहे हैं। शराब पीने वाले लोग यह सब जानते हैं, लेकिन झगड़े के डर के कारण यह लोग ज्यादा कुछ बोल नहीं पाते और विरोध किए बिना ही शराब खरीदकर चलते जाते हैं।

