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सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में अनियमितताओं के खिलाफ आंदोलन नौंवें दिन भी जारी, भाटी की चेतावनी- मांगें पूरी नहीं हुईं तो होगा बड़ा आंदोलन

बीकानेर। सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में चल रही अनियमितताओं और प्रशासनिक लापरवाही के 6खिलाफ क्रीड़ा भारती द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल नौंवें दिन भी जारी रही। इस आंदोलन को अब व्यापक समर्थन मिल रहा है, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कदम या संतोषजनक आश्वासन नहीं दिया गया है। क्रीड़ा भारती के भैरुरतन ओझा का कहना कि 4जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

भूख हड़ताल में शामिल हुए प्रमुख नेता और संगठन

भूख हड़ताल के नौंवें दिन, पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने धरनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनकारियों का समर्थन किया। उन्होंने खिलाडिय़ों की मूलभूत सुविधाओं के लिए क्रीड़ा भारती के इस आंदोलन मे अपनी सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में अनियमितताओं का जारी रहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। गोविंदराम मेघवाल ने मौके पर ही जिला कलेक्टर को फोन कर इस मुद्दे का शीघ्र समाधान निकालने के निर्देश दिए।

इसके अलावा, बीकानेर सहकारी उपभोक्ता एवं होलसेल भंडार लिमिटेड संघ के अध्यक्ष नागेंद्रपाल सिंह शेखावत, भारतीय किसान संघ (जोधपुर प्रांत) और बीएलओ संघर्ष समिति राजस्थान जैसे प्रतिष्ठित संगठनों व काफी संख्या में पूर्व छात्र जोधपुर बाड़मेर से आये और इस आंदोलन का समर्थन करते हुए खिलाडिय़ों की मांगों को न्यायसंगत बताया। इन संगठनों व पूर्व छात्रों ने आंदोलन के समर्थन में प्रशासन को पत्र भेजे और यह स्पष्ट किया कि अगर जल्द समाधान नहीं किया गया, तो वे भी आंदोलन में शामिल होंगे।

आंदोलन के मुद्दे और शिक्षा विभाग की उदासीनता

क्रीड़ा भारती के उपाध्यक्ष दानवीर सिंह भाटी का कहना है कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में दशकों से व्यवस्थागत गड़बडिय़ां चल रही हैं। खेल के बुनियादी ढांचे में कमी, खिलाडिय़ों को उचित सुविधाएं न मिलना, और प्रबंधन की लापरवाही जैसे मुद्दे लगातार अनदेखी का शिकार हो रहे हैं। बावजूद इसके, सरकार और प्रशासन ने अभी तक उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया है।

भाटी की चेतावनी: मांगें पूरी नहीं हुईं, तो होगा बड़ा आंदोलन

सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में अनियमितताओं के खिलाफ आंदोलन में अब विभिन्न संगठनों और जनप्रतिनिधियों के जुडऩे से यह प्रदर्शन और अधिक व्यापक हो गया है। प्रदर्शनकारी संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सरकार और प्रशासन ने इस मुद्दे का हल नहीं निकाला, तो यह आंदोलन पूरे राज्य में बड़े विरोध-प्रदर्शनों का रूप ले सकता है।

दानवीर सिंह भाटी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल जैसी संस्था को बचाना सिर्फ एक संस्थान का सुधार नहीं, बल्कि यह प्रदेश के खेल भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में अहम कदम होगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा।
खिलाडिय़ों ने सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए जो प्रमुख मांगें रखी हैं, जिनमें शामिल हैं:
1. प्रशिक्षक के सभी 12 पदों पर एनआईएस डिप्लोमा धारी से भरा जाये,
2. खिलाडिय़ों की डाइट मनी जो 2007 में 100 की थी उसको अब बड़ा कर 300 किया जाए
3. सभी कमरों में कलर और गीजर की व्यवस्था की जाए
4. सभी खेल मैदानो और छात्रावास की मरम्मत और साफ सफाई के लिए अलग से बजट की घोषणा

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