
युवती के साथ गैगरेप का आरोपी पुलिस थाने में होने वाले पार्टियों में डांस करता था, वीडियों आया सामने






बीकानेर। जिले के खाजूवाला तहसील में दलित युवती के साथ कांस्टेबल व एक अन्य जने ने मिलकर उसके साथ गैंगरेप कर हत्या करने के मामले में पुलिस को एक सप्ताह के बाद भी अब तक मुख्य आरोपी का पता नहीं लगा सकी है। जबकि व पुलिस का खास गुर्गा था पुलिस को उसकी हर लोकेशन पता है फिर भी पुलिस की पकड़ से दूर है। आज एक सप्ताह होने के बाद भी मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आया है। आरोपी इतना शातिर है कि उसने फरार होने के बाद अपने परिजनों तक से संपर्क नहीं किया है। न तो उसकी लाइव लोकेशन पुलिस को मिल रही है। न ही उसने परिजनों से संपर्क किया है। घटना वाले दिन 19 जून की दोपहर बारह बजे के बाद भी आरोपी दिनेश बिश्नोई का मोबाइल ऑन था। दलित युवती की मौत के बाद उसे समझ आ गया कि अब खाजूवाला में रहना उसके लिए मुश्किल हो सकता है। ऐसे में उसने तुरंत खाजूवाला छोड़ दिया। करीब दो-तीन घंटे तक उसका मोबाइल ऑन रहा, लेकिन बाद में बंद हो गया। सूत्रों की माने तो अब तक की जांच में सामने आया कि वो बीकानेर शहर से होकर निकला था, लेकिन इसके बाद मोबाइल ऑफ हो गया। उसकी अंतिम लोकेशन भी करीब छह दिन पुरानी है। ऐसे में अब इस लोकेशन के आधार पर वो पकड़ में नहीं आ रहा।
इसीलिए बढ़ रही पुरस्कार राशिदिनेश बिश्नोई पुलिस के हाथ नहीं लग रहा। यहां तक कि कोई लिंक भी पुलिस के हाथ नहीं लग रहा है। इसीलिए आईजी बीकानेर ने ईनामी राशि बढ़ाई गई है। पहले तो पच्चीस हजार का पुरस्कार रखा गया। इसके बाद भी कोई इनपुट नहीं मिला तो इसे बढ़ाकर 40 हजार रुपए कर दिया गया। इसके बाद भी कोई इनपुट पुलिस के हाथ नहीं आया।
पिता पर भगाने का आरोप
उधर, पुलिस ने दिनेश बिश्नोई के पिता ओम प्रकाश को हिरासत में ले रखा है। सोचा कि पिता के कारण दबाव में आकर दिनेश आत्मसमर्पण कर देगा। ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद ओम प्रकाश को गिरफ्तारकर लिया।
खाजूवाला के पुराने अधिकारी भी जांच में
खाजूवाला थाने में पहले पदस्थापित रहे पुलिस अधिकारियों और निरीक्षकों से भी सहयोग लिया जा रहा है। उनके लोकल संपर्क के आधार पर पुलिस मुखबिर तैयार कर रही है। ताकि पता चल सके कि वोकहां जा सकता है। दिनेश के एक-एक रिश्तेदार पर नजर रखी जा रही है लेकिन सफलता फिर भी नहीं मिली। दरअसल, उसने किसी से संपर्क किया ही नहीं।दिनेश खाजूवाला पुलिस थाने में आता जाता था। उसे पता है कि किसी अपराधी को पकडऩे के लिए पुलिस किस तरह के हथकंडे अपनाती है। ऐसे में उसने हर तरह से खुद को बचाकर रखा है। वो न सिर्फ
अपने बल्कि किसी अन्य मोबाइल या लैंडलाइन फोन से भी परिजनों से संपर्क नहीं कर रहा है। हालांकि पुलिस को उसकी एक चूक का इंतजार है।फिलहाल पुलिस मौनपुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम से जब दिनेश की गिरफ्तारी को लेकर इस मामले में हम अभी कुछ नहीं कहना चाहते। अगर कोई भी सूचना लीक होती है तो दिनेश इसका लाभ उठा सकता है। जब भी कोई सूचना देने योग्य होगी तो हम मीडिया को बता देंगे।


