छेड़छाड़ से घबराई युवतियां मेयर के घर में घुसीं - Khulasa Online छेड़छाड़ से घबराई युवतियां मेयर के घर में घुसीं - Khulasa Online

छेड़छाड़ से घबराई युवतियां मेयर के घर में घुसीं

जोधपुर। शहर की सडक़ों पर मनचलों की बेखौफी और पुलिस की अनदेखी/केस हल्का करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जबकि इस मामले में शिकायतकर्ता शहर की प्रथम नागरिक, मेयर कुंती परिहार हैं, इसके बावजूद पुलिस का ऐसा रवैया आश्चर्यजनक है। दो मनचलों में से एक जेएनवीयू के पूर्व अध्यक्ष का भाई और उसका साथी है।
दोनों युवक शास्त्री सर्किल पर आइसक्रीम खा रहीं दो युवतियों से छेड़छाड़ करने लगे। बचने के लिए युवतियां स्कूटी पर निकलीं तो दोनों मनचलों ने कार से इनका पीछा किया। इस पर घबराई युवतियां दल्ले खां चक्की स्थित महापौर कुंती परिहार के घर में घुस गईं। उन्होंने पूरा घटनाक्रम मेयर को बताया। इस पर मेयर ने दोनों युवकों के युवतियों से छेड़छाड़ करने की शिकायत शास्त्रीनगर थाने में की।
हालांकि पुलिस ने छेड़छाड़ की गंभीर धाराओं की बजाय शांतिभंग की मामूली धाराओं में केस दर्ज किया। थानाप्रभारी जोगेन्द्रसिंह बोले कि 3 दिन पहले शिकायत आई थी कि शास्त्री सर्किल पर कारचालक आरोपी शराब पीकर तेजगति से गाड़ी चला रहे थे। पुलिस ने पकडऩे की कोशिश भी की, लेकिन वे भाग गए। तभी से उन्हें ट्रेस कर रहे थे। वे सोमवार को हाथ लगे तो कार जब्त कर दोनों के खिलाफ धारा 151 के तहत केस दर्ज किया है।
मेयर बोलीं- कमजोर धाराओं में केस की कंप्लेन कमिश्नर से करूंगी
मेयर कुंती परिहार ने बताया कि 16 जुलाई शाम करीब 8:30 बजे स्कूटी सवार दो युवतियां घबराई हुई उनके घर आईं। युवतियों ने बताया कि शास्त्री सर्किल पर दो युवक कार में बैठे शराब पी रहे थे। बाद में अश्लील इशारे करने लगे और वीडियो बनाना शुरू कर दिया। बचने को युवतियां स्कूटी पर रवाना हुईं तो उनका पीछा करते आए।
युवतियों की हालत देख मेयर ने तुरंत शास्त्रीनगर थाना प्रभारी से बात की। गाड़ी नंबर के आधार पर तलाश की तो कार उदयपुर के व्यक्ति की निकली। दूसरा व्यक्ति जेएनवीयू में छात्रनेता रह चुका है। महापौर ने पुलिस को सख्त हिदायत दी थी कि युवतियों के साथ छेड़छाड़ करने वालों को कैसे भी पकडक़र केस दर्ज करो, जिससे कि इस तरह की हरकत करने वालों को भी सीख मिल सके।
शास्त्रीनगर थानाधिकारी जोगेंद्रसिंह से पूछने पर उन्होंने बताया कि आरोपी शराब पीकर तेज कार चला रहे थे। भास्कर ने मेयर से भी बात की तो हकीकत पता चली। इसके बाद जब दोबारा थानाप्रभारी से पूछा कि मामला बदलकर क्यों बताया? तो बोले कि युवतियों ने तो कोई शिकायत की नहीं है।
महापौर ने छेड़छाड़ की शिकायत की थी। इसके बाद तुरंत पड़ताल कर आरोपियों को गिरफ्तार कर गाड़ी जब्त की है। वहीं मेयर कुंती परिहार का कहना है कि थानाधिकारी ने कमजोर धाराओं में केस दर्ज क्यों किया? इस बारे में पुलिस कमिश्नर से बात करूंगी।
धाराओं का फर्क- जिनसे केस व सजा बदल जाते हैं
छेड़छाड़ गैरजमानती व संज्ञेय अपराध
किसी भी तरह से महिला की लज्जा भंग करना अथवा छेड़छाड़, अश्लीलता का मामला आईपीसी की धारा 354 में आता है। यह एक गैर जमानती संज्ञेय अपराध है, और मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय होता है। यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं होता है।
शांतिभंग जमानती अपराध
समाज में अशांति फैलाने पर केस धारा 151 में दर्ज किया जाता है। यह एक जमानती अपराध है।
मामला मेरी जानकारी में नहीं है। इसके बारे में पता करता हूं

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