
काटे गए खेजड़ी के पेड़ बरामद होने के 5 दिन बाद तहसीलदार ने दर्ज कराया केस






बीकानेर । नालबड़ी गांव में सोलर प्लांट लगाने वाली कंपनी ने खेजड़ी के सैकड़ों पेड़ काटकर दूसरे खेतों में छिपा दिए थे। वनप्रेमियों ने खोजबीन कर काटे गए पेड़ों की लकडिय़ां बरामद करा दी तो राजस्व विभाग ने पांच दिन बाद नाल थाने में खातेदारों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया।
नालबड़ी गांव में ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने सोलर प्लांट लगाने के लिए मोहनसिंह से 60 बीघा जमीन अनुबंध पर ली है। पिछले दिनों 10 जुलाई की रात को कंपनी के कार्मिकों ने वहां खेजड़ी के सैकड़ों पेड़ों पर आरा मशीनें चलवा दीं। पेड़ों की लकडिय़ों को आसपास के दूसरे खेतों में छिपा दिया जिससे कि मौका मिलने पर गाडिय़ों में भरकर वहां से हटाया जा सके। वनप्रेमियों ने खेजड़ी की लकडिय़ों को खोज निकाला था। पुलिस, वन और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन बरामद खेजड़ी की लकडिय़ों पर कोई कार्रवाई नहीं की। राजस्व विभाग शुक्रवार को लकडिय़ों को वहां से हटाकर वन विभाग की बीछवाल स्थित नर्सरी में पहुंचाने लगा तो वनप्रेमियों कलेक्टर भगवतीप्रसाद कलाल से मिले और खेजड़ी काटने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बाद मौके से लकडिय़ां हटाने के लिए कहा। कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद राजस्व तहसीलदार ने भू अभिलेख निरीक्षक को भेजकर नाल थाने में केस दर्ज कराया है।
राजस्व विभाग की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट : राजस्व तहसीलदार की ओर से नालबड़ी के भू-अभिलेख निरीक्षक ने नाल थाना पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया है कि पटवार मंडल नालबड़ी के ग्राम शरह गोलप्रतापसिंह के खसरा नंबर 126, 146, 156 व 203 में खेजड़ी के 150 छोटे-बड़े पेड़ कटे हुए मिले हैं। इनमें से खसरा नंबर 126 और 156 सोलर प्लांट लगाने वाली ग्रीनटेक प्रा. लि. कंपनी को लीज पर दिए गए हैं। कंपनी के लोगों और खातेदारों ने चोरी-छिपे और अवैध रूप से खेजड़ी के पेड़ों को काटकर बेचने की मंशा से इकट्?ठा कर रखा है। कंपनी के लोगो, खातेदार करमीसर निवासी हीरादेवी जाट, गुरुचरणसिंह, नालबड़ी निवासी विनोद कुमार महाजन, व एकता बैद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करें। पुलिस ने आईपीसी और वन अधिनियम में केस दर्ज किया है।
ट्रैक्टर ट्रॉली चालकों ने कहा, सोलर कंपनी ने कटाए पेड़
वन विभाग ने 15 जुलाई की रात को श्रीरामसर धर्मकांटे पर ट्रैक्टर ट्रालियों में खेजड़ी की लकडिय़ों का अवैध परिवहन करते कावनी निवासी चालक भोमसिंह और बाबूसिंह को पकड़ा था। दोनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने उगल दिया कि सोलर कंपनी प्रेरक ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड ने साधन, सुविधा उपलब्ध करवाकर खेजड़ी के पेड़ कटवाए और दूसरे खातेदारों के खेतों में रखवा दिए थे। दोनों चालक वहां से खेजड़ी के पेड़ों को दो ट्रैक्टर ट्राली भरकर पीओपी फैक्ट्रियों में बेचने ले जा रहे थे जिन्हें वन विभाग ने पकड़ लिया। वनपाल बिशनसिंह ने इसकी रिपोर्ट बीकानेर डीएफओ को दी है। यह जानकारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी दी गई।


