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भारी मालवाहक एवं यात्री वाहनों पर करोड़ों का टैक्स बकाया,अब डिफॉल्टरों की संपत्तिया होंगी जब्त

भारी मालवाहक एवं यात्री वाहनों पर करोड़ों का टैक्स बकाया,अब डिफॉल्टरों की संपत्तिया होंगी जब्त
बीकानेर। भारी मालवाहक एवं यात्री वाहनों पर करोड़ों का टैक्स बकाया है। परिवहन विभाग ने कर वसूली के प्रयास शुरू कर दिए हैं। कर वसूली के लिए फ्लाइंग टीमों को चेक पोस्ट बनाकर परिवहन निरीक्षकों के साथ तैनात कर दिया गया है। बीकानेर रीजन में 20 हजार से अधिक वाहनों का वित्तीय वर्ष 2025-26 का अग्रिम कर करीब 66 करोड़ से अधिक बकाया है, जिसे वसूलना है। बीकानेर रीजन में 1466 वाहन मालिक डिफॉल्टर हैं, जिनके तीन साल से एक करोड़ आठ लाख रुपए बकाया है। इन वाहन मालिकों की संपत्तियां जब्त की जाएगी। बैंक खाते फ्रीज करने के लिए संबंधित बैंकों को परिवहन विभाग की ओर से पत्र लिखा गया है।
1466 वाहन मालिकों को नाटिस
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी अनिल पण्डया ने बताया कि 1466 टैक्स बकायादारों को अंतिम नोटिस जारी किया जा चुका हैं। इन वाहनों पर करीब दो-तीन साल से करोड़ों रुपए बकाया है। अब इन वाहन मालिकों की संपत्ति जब्त करने के लिए आरएल एक्ट के तहत कार्रवाई करने के साथ-साथ बैंक खाते सीज किए जा रहे हैं। संपत्ति के लिए राजस्व एवं अन्य विभागों से संपर्क किया जा रहा है। बैंक खाते फ्रीज करने के लिए बैंकों को लिखा गया है। वहीं दूसरी ओर 20 हजार 502 वाहनों का अग्रिम कर बकाया है। इन वाहनों की बकाया धनराशि 66 करोड़ से अधिक की है। प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीकानेर जिले में भारी वाहनों की संख्या 9500 है, जिनके मालिकों का अग्रिम कर 30 करोड़ रुपए बकाया है। इनमें 2520 बसें भी हैं। इनमें से 171 वाहन मालिक डिफाल्टर हैं।
12 उडऩदस्ते, छह चेक पोस्ट लगाई
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी पाण्डया ने बताया कि बीकानेर रीजन के परिवहन जिलों बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, नोहर, नोखा व सादुलशहर में भारी वाहनों एवं यात्री वाहनों से बकाया कर वसूली के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है। बीकानेर रीजन के सभी परिवहन जिलों में मुख्य मार्गों पर छह चेक पोस्ट स्थापित कर परिवहन निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। 12 उडऩदस्ते बनाए गए हैं। उडऩदस्तों में चार-चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
गांवों में दौड़ रहे वाहन परिवहन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, कई बसें और भारी मालवाहक वाहनों पर विभाग के करोड़ों रुपए राजस्व बकाया है। यह बसें और माल वाहक ग्रामीण रूट पर दौड़ रहे हैं। कई बसें बिना परमिट के दौड़ रही हैं। जिस रूट का परमिट है, वहां से न होकर राजमार्गों पर दौड़ रही हैं। एक ही परमिट से दो-तीन बसें चल रही हैं। भारी मालवाहक बजरी, ईंट, जिप्सम, कंकरीट सहित अन्य सामान ढोने में लगे हुए हैं।

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