[t4b-ticker]

टैंट व्यवसाय की भी मिले उद्योग का दर्जा,संकट के समय में तारणहर बने सरकार

बीकानेर। कोरोना के इस संकट काल में लगभग पांच करोड़ से ज्यादा का कारोबार प्रभावित हुआ है। यहीं नहीं इस व्यवसाय से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े 1500- 2000 लोगों के परिवार पर भी आर्थिक संकट गहरा गया है। जिसके कारण टैंट व्यवसायियों का जीविकोपार्जन दुर्भर हो गया है। सरकार को इस संकट के समय में इस व्यवसाय और इससे जुड़े लोगों का तारणहार बनकर उनकी समस्याओं का निस्तारण करना चाहिए। यह कहना है बीकानेर जिला टैंट व्यवसायी संघ के अध्यक्ष पूनमचंद क च्छावा का। नोखा रोड स्थित लक्ष्मीपति भवन में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कच्छावा ने कहा कि जीएसटी व अन्य प्र्रकार के टेक्स देने के बाद भी टैंट व्यवसाय को उद्योग का दर्जा नहींं दिया जा रहा है। जिसके कारण केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से उद्योगों को मिलने वाले लाभ-परिलाभ व अन्य छूटों का टैंट व्यवसायियों को कोई फायदा नहीं मिल पाता। जबकि इस व्यवसाय से जुड़े लोग सरकार के आयोजनों का हिस्सा होते है। कच्छावा ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि केन्द्र व राज्य सरकारों ने टैंट व्यवसायियों और उनसे जुड़े उद्योगों को किसी भी श्रेणी में शामिल नहीं किया। जिसके कारण आज यह व्यवसाय खत्म होने की कगार पर आ गया है। पत्रकार वार्ता में बुलाकी चौधरी,लोकेश चतुर्वेदी,राजेन्द्र काला,राधेश्याम गहलोत,भीमसेन शर्मा,मदन पुरोहित मनीष दम्माणी,मनोज तिवाड़ी,राजेन्द्र सांखला,किसनलाल प्रजापत,विजेन्द्र भाटी,प्रेमरतन गहलोत,तोताराम, सहित अनेक व्यवासायी मौजूद रहे।
इन मांगों पर सरकार दे ध्यान
नगर निगम बीकानेर की ओर से लिये जाने वाले टैक्सों में मिले राहत
मार्च से अक्टुबर तक का बिजली-पानी का बिल हो माफ
्रसभी सरकारी अद्र्वसरकारी,प्राइवेट स्थानों,विवाह स्थलों,मैरिज गार्डन,गोदामों,दुकानों के किराया अक्टुबर तक हो माफ
टेंट व्यवसाय से जुड़े श्रमिकों के लिये सरकारी की ओर से मिले आर्थिक सहायता
पांच लाख तक के लोन आसान ब्याज दरों पर
पूर्व में चल रहे लोन की किश्तों को दस महीने तक बिना ब्याज के बढ़ाने
बिजली के स्थाई शुल्क को अक्टुबर तक हो माफ
सरकारी कार्यक्रमों में लगे टैंट का शीघ्र हो बकाया भुगतान

Join Whatsapp