
हार के बाद सुरेंद्रपाल टीटी का मंत्री पद से इस्तीफा, कांग्रेस प्रत्याशी ने 11 हजार वोटों से हराया







खुलासा न्यूज बीकानेर। हार के बाद मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद से इस्तीफा दे दिया है। सीएम भजनलाल शर्मा ने राज्यपाल कलराज मित्र को टीटी का इस्तीफा भेज दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। मंत्री बने उन्हें 8 दिन ही हुए थे। उन्होंने अब तक कार्यभार भी नहीं संभाला था। श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को कांग्रेस के रुपिंदर सिंह कुन्नर ने 11 हजार 261 वोटों से हरा दिया है। यह नतीजे सोमवार को आए। सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को विधायक बनने से पहले ही भाजपा ने सरकार में राज्य मंत्री बना दिया था। राजस्थान में ऐसा पहली बार हुआ है, जब विधायक बनने से पहले मंत्री बने नेता चुनाव हार गए हों। नवंबर में हुए राजस्थान के विधानसभा चुनाव में श्रीकरणपुर सीट पर चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण टाल दिया गया था। जीत के बाद रुपिंदर कुन्नर भावुक हो गए। उन्होंने पिता गुरमीत की तस्वीर के आगे मत्था टेका तो रो पड़े। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सरदार गुरमीत सिंह कुन्नर ही लड़ रहे थे। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने रुपिंदर सिंह कुन्नर को जीत की बधाई देते हुए कहा कि यह जनादेश भाजपा की तानाशाही पर तमाचा है। वहीं, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि हार के कारणों की समीक्षा करेंगे। कुन्नर को 94761 और टीटी को 83500 वोट मिले।


