[t4b-ticker]

पाकिस्तान के आर्मी कैंप पर आत्मघाती हमला, 7 सैनिकों की मौत, 13 घायल

पाकिस्तान के आर्मी कैंप पर आत्मघाती हमला, 7 सैनिकों की मौत, 13 घायल

खुलासा न्यूज़। इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अफगान बॉर्डर से सटे नॉर्थ वजीरिस्तान जिले के मीर अली इलाके में शुक्रवार को सेना के एक कैंप पर बड़ा आत्मघाती हमला हुआ। विस्फोटक से भरी एक गाड़ी को कैंप की दीवार से टकरा दिया गया, जिससे 7 पाक सैनिक मारे गए और 13 अन्य घायल हो गए। हालांकि, पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया है कि सेना का कोई जवान नहीं मारा गया, लेकिन स्थानीय सूत्रों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने सैनिकों की मौत की पुष्टि की है।

 हमलावरों ने विस्फोट के बाद कैंप में घुसने की कोशिश की

रॉयटर्स के मुताबिक, गाड़ी टकराने के बाद तीन उग्रवादी कैंप के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में मारे गए।धमाका इतना जबरदस्त था कि कैंप की दीवार का एक हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया। घायल सैनिकों को हेलिकॉप्टर से इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं।

 TTP ने ली जिम्मेदारी

आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने कहा कि उनके ‘खालिद बिन वलीद आत्मघाती दस्ते’ और ‘तहरीक-ए-तालिबान गुलबहार’ ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाक आर्मी ने इलाके में हेलिकॉप्टर और अतिरिक्त सैनिक तैनात कर दिए हैं।

 पाक गृह मंत्री बोले— “हमारे वीर जवानों पर गर्व”

गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा —“हमारे बहादुर सैनिकों को सलाम, जिन्होंने आतंकियों की नापाक साजिश को नाकाम किया। पूरी कौम को अपने जवानों पर गर्व है।”

 TTP बना पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा

  • 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से TTP ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध छेड़ रखा है। TTP को पिछले बारह साल में पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा आतंकवादी खतरा माना जा रहा है।पाकिस्तान का आरोप है कि TTP के लड़ाके सीमा पार अफगानिस्तान से ट्रेनिंग लेकर पाकिस्तान लौटते और हमला करते हैं।

    हालांकि तालिबान दावा करता है कि वह TTP का समर्थन नहीं करता।पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर पीस स्टडीज के अनुसार, देश में आतंकवादी हमले 2015 के बाद सबसे ज्यादा हो गए हैं, और TTP इसकी मुख्य वजह है। वैश्विक आतंकवाद सूचकांक के इन हमलों की वजह से ही पाकिस्तान आतंकवाद प्रभावित देशों की सूची में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है।

Join Whatsapp