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शुगर के मास्टर डॉक्टर सुरेन्द्र वर्मा की सलाह : डायबिटीज में भूलकर भी ना हो जाएं ये 6 गलतियां, नासूर बन जाएगी बीमारी

पूरी दुनिया में करोड़ों लोग डायबिटीज की बीमारी का शिकार हैं। ये बीमारी एक ऐसा साइलेंट किलर है जो इंसान के शरीर को धीरे-धीरे खोखला कर देती है। डायबिटीज की चपेट में आने के बाद पूरी जिंदगी ब्लड शुगर लेवल को मॉनिटर करना पड़ता है। डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 14 नंवबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे भी सेलिब्रेट किया जाता है।

शुगर के मास्टर पीबीएम के सीनियर प्रोफेसर सुरेन्द्र वर्मा कहते हैं कि इस बीमारी में मरीजों को कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए, वरना ये बीमारी नासून बन सकती है।वर्मा ने बताया कि जिन्हें डायबिटीज है उन्हें सलाह दी जाती हैं कि वो अपना ब्लड शुगर को कंटोल करने के लिए डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही चले। इसके अंतर्गत प्राथमिकता वजन/वेट कंट्रोल रखना चाहिए।इसके अलावा नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए वो भी 45 मिनट तक। सप्ताह में पांच दिन तक 45 मिनट तक घुमना चाहिए। अगर पैरों की दिक्कत हो तो 45 मिनट तक अन्य कोई एक्साइज व योगा करें। विशेषतौर से डाइट के ऊपर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। 1800 हिसाब से कैलोरी लेनी चाहिए। सफेद शक्कर को अवॉइड करें और फाइबर डाइट और सलाद की मात्रा ज्यादा यूज करें तो उससे शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
यह सुनिश्चित पालना करने के बावजूद भी शुगर कंट्रोल न हो तो डायबिटीज के विशेष चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए अन्यथा कहीं प्रकार की बीमारियां शुगर की वजह से शरीर में आ जाती है। पैरों के अंदर सुनापन, पैरों के अंदर जलन, आंखों की रोशनी कम होना, दिल की बीमारी का होना, गुर्दे की समस्या, चलने की गति कम होना । ये सभी परेशानियां रोगी के अंदर आने लगती है। इन्हें रोकने का एक ही तरीका है, व्यायाम और डाइट पर ध्यान।

सुस्त रहना
सुस्ती भरी लाइफस्टाइल सेहत के लिए बहुत खतरनाक है। ये ना सिर्फ मोटापा बल्कि बल्ड शुगर भी तेजी से बढ़ाती है। वहीं एक्टिव लाइफस्टाइल ना सिर्फ ब्लड शुगर बल्कि पूरी सेहत के लिए फायदेमंद है। अपनी लाइफस्टाइल में हर दिन एक्सरसाइज करने का रुटीन बनाएं. शुरुआत में बहुत भारी-भरकम एक्सरसाइज से बचें वरना ब्लड शुगर में गिरावट आ सकती है।

हाई कार्ब्स-लो फैट डाइट
अन्य पोषक तत्वों की तरह ही फैट भी आपकी डाइट का एक अहम हिस्सा होना चाहिए। कई लोग वजन कम करने के चक्कर में डाइट से फैट को पूरी तरह से खत्म कर देते हैं और इस वजह उनके शरीर में हेल्दी फैट की भी कमी हो जाती है। एक्सपर्ट सुरेन्द्र वर्मा के अनुसार डायबिटीज के मरीजों में हेल्दी फैट होना जरूरी है और इसे नट्स, सीड्स और शुद्ध तेल के जरिए लिया जा सकता है।

खाने के बीच लंबा समय
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो खाने के बीच के अंतर को कम करने का प्रयास करें। डाइट के बीच ज्यादा समय हो जाने से खाने की मात्रा बढ़ जाती है और इसकी वजह से ब्लड शुगर भी बढऩे लगता है। एक्सपर्ट्स सुरेन्द्र वर्मा डायबिटीज के मरीजों को थोड़ी-थोड़ी देर पर कुछ ना कुछ खाने की सलाह देते हैं. दो डाइट के बीच हेल्दी स्नैक्स लेने की कोशिश करें.

फलों की क्वांटिटी
ज्यादातर लोगों को ये गलतफहमी होती है कि डायबिटीज के मरीजों को फल नहीं खाना चाहिए क्योंकि उसमें नेचुरल शुगर होता है। फलों से पूरी तरह परहेज ना करें और ना ही बहुत ज्यादा खाएं. डायबिटीज में सीमित मात्रा में फलों का सेवन करना चाहिए. फलों को धीरे-धीरे अच्छे से चबाकर खाना सही रहता है।

ज्यादा स्ट्रेस लेना
सेहत के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक तनाव लेना है। ये आपके हार्मोन, मानसिक और शारीरिक सेहत पर भी असर डालता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स डायबिटीज के मरीजों को तनाव से बिल्कुल दूर रहने की सलाह देते हैं. स्टडीज के अनुसार तनाव ब्लड शुगर को बढ़ाता है और दिल की सेहत को भी बिगाड़ता है।

पर्याप्त नींद ना लेना
नींद आराम देने के अलावा शरीर के विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार सोते समय बॉडी के अंदर अधिकांश हार्मोनल संतुलित होते रहते हैं. इंसुलिन भी एक हार्मोन ही है. इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को अच्छी नींद लेनी बहुत जरूरी है।

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