
स्टेट हाइवे निर्माण में मुआवजे को लेकर धरना 41वें दिन भी जारी






खुलासा न्यूज बीकानेर। स्टेट हाइवे निर्माण में मुआवजे की मांग को लेकर सांगासर में 41 वें दिन, भींचरी में 33 वें दिन, लूंछ में 31 वें दिन भी लगातार धरना जारी रहा । धरने पर किसानों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि रतनगढ़ से सालासर तक गांव-गांव में किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है , पिछले लम्बे समय किसान धरने पर बैठे हैं लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है जबकि स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों , जिला कलेक्टर व विधायक, सांसद सहित सभी पार्टियों के नेताओं ने धरना स्थल पर आकर किसानों की मांगों को जायज बताते हुए शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक महज सड़क निर्माण में आने वाली भूमि का सर्वे किया गया है । सुरेन्द्र गोदारा ने कहा कि बिना मुआवजे के किसानों की बेशकीमती जमीन छीनी जाकर सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है , ना ही आज तक गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया है । प्रशासन व सरकार किसानों को कमजोर समझने की भूल ना करें , मजबूरन किसानों को सड़क पर उतरकर चक्काजाम जैसे कदम उठाने पड़ेंगे । सरपंच हरीप्रसाद दायमा ने प्रशासन व नेताओं की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि अब किसानों द्वारा व्यापार मंडल से मदद लेकर शीघ्र ही रतनगढ़ बाजार बंद का प्रयास किया जा रहा है वहीं रतनगढ़ से सालासर तक गांव-गांव में कमेठी बनाकर आंदोलन को उग्र रूप देने की तैयारी शुरू की जाएगी । रतनगढ़ से 11 किलोमीटर तक आज तक किसानों को कोई मुआवजा नहीं मिला है वहीं ढ़ाकावाली से सालासर तक भी किसान मुआवजे से आज तक वंचित रहे हैं तथा ना ही यहां सड़क राजस्व रिकार्ड में पीडब्ल्यूडी के नाम दर्ज है जिसको लेकर गांव सांगासर, लूंछ,भींचरी व खुड़ी, शोभासर, गुड़ावडी में किसान धरने पर बैठे हैं । किसानों ने सड़क निर्माण में आने वाली भूमि का हाइवे से बढ़ी हुई डीएलसी दर से चार गुना तक मुआवजा देने, खड़ी फसल के नुकसान के भुगतान , सड़क निर्माण में गांवों में पक्के निर्माण यथा-मकान, दुकान, दीवार , खेतों में बने पानी के कुंड, व्यक्तिगत व सार्वजनिक सम्पत्ति के नुक़सान का आंकलन कर बाजार मूल्य देने की मांग करते हुए ढ़ाकावाली,कनवारी , मैणासर कुसुमदेसर में सड़क ठेकेदारों द्वारा काम किए जाने को लेकर भी आक्रोश जताया तथा गजट नोटिफिकेशन जारी नहीं होने व मुआवजा नहीं मिलने पर काम पूरी तरह बंद करने की मांग की । सांगासर में सड़क निर्माण में मिट्टी कटाई के कारण बीस से पच्चीस फुट तक गहरे लम्बे खदान नुमा गड्ढे तथा सड़क धंसने की संभावना जताते हुए चिंता जताई । गांव सांगासर में धरना स्थल पर सरपंच हरीप्रसाद दायमा ,सुरेन्द्र गोदारा, जयराम ऐचरा, भागीरथ ऐचरा, नंदलाल ऐचरा, पवन मेघवाल, भंवराराम, अनिल कुल्हरी, भागीरथ गोदारा, अशोक , गोविंद सहारण आदि थे । लूंछ में सरपंच संपत नायक, महेंद्र श्योराण, राधेश्याम शर्मा, भगवानाराम मेघवाल, राजेश मेघवाल, श्यामसुंदर जांगीड़ नोपाराम आदि थे ।गांव भींचरी में परमेश्वर पूनिया, चिमनाराम मेघवाल, डेडाराम, कुरडाराम मेघवाल, सुनिल पूनिया, किशन सिंह , मगाराम पूनिया आदि थे ।


