
आवारा कुत्तों ने दो युवकों पर बोला हमला, बुरी तरह काटा, पीबीएम में नहीं है इंजेक्शन






आवारा कुत्तों ने दो युवकों पर बोला हमला, बुरी तरह काटा, पीबीएम में नहीं है इंजेक्शन
बीकानेर (नसं)। बीकानेर शहर में कुत्तों की भरमार हो गई है आये दिन पीबीएम में कुत्तों के काटने के सैकड़ों मरीज आते है। शहर के कई ऐसे इलाके है जहां एक झुड में 20 से 30 कुत्तों की फौज सडक़ पर बैठी रहती है और बाइक व पैदल चलने वाले आमजन को भौकते हुए काट लेते है। प्राय: रात को बाइक सवारों के पीछे दौड़ते है जिससे बाइक सवार गिर कर घायल होते है। लेकिन बीकानेर नगर निगम इन कुत्तों को नहीं पकड़ रही है। आमजन की शिकायत के बाद भी नगर निगम की टीम कुत्तों को पकडऩे में असमर्थ है। इसी क्रम में रविवार को योगेश अग्रवाल अपने एक दोस्त के लेने के लिए स्टेशन गया था जब वापस आ रहा था तभी लेडि ऐल्ग्नि स्कूल के पाास कुतों ने योगेश अग्रवाल व कुणाल पारीक को काट लिया जिससे उनके खून आना लगा इस तरह से काटने से दोनों युवक घबरा गये। कुत्ता खूखांर हो गया था जिस तरह से काटा है कि पैर व हाथ पर नुकली दांातें से मांस तक बाहर निकला लिया। दोनों को तुरंत पीबीएम के ट्रोमा सेंटर ले जाया गया जहां पर दोनों का इलाज किया गया। बाद में दोनों युवकों को बच्चा अस्पताल के 18 नंबर कमरे में भेजा गया जहां पर एक एआरएस इंजेक्शन घाव में लगता है जिससे की संकमण आगे नहीं फैले लेकिन मजे की बात तो यह है कि पीबीएम में ये इंजेक्शन उपलब्ध हीं नही है। जब इंजेक्शन ही नहीं और रोजाना कुत्तों के काटने से सैकड़ों मरीज आते है तो क्या उनके इंजेक्शन के अभाव में बीमारी आगे फैल रही है। सूत्रों से ऐसी जानकारी सामने आई है कि ये इंजेक्शन अभी कुछ दिनों से सप्लाई में नहीं है। आखिर में किसी तरह से जिला अस्पताल में इस इजेक्शन की उपलब्ध की जानकारी मिलने पर दोनों युवकों को इंजेक्शन लगाने के लिए जिला अस्पताल लेकर गये जहां पर इंजेक्शन लगा।
सरकार के दावे फैल
संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में इस तरह के इंजेक्शन नहीं होना बड़ी लापरवाही है इससे मरीज को परेशानी के साथ शरीर में संक्रमण फैलने का डर रहता है। ये इंजेक्शन कुत्ते के काटने के बाद लगाया जाता है जिससे की मरीज के रेबीज का संक्रमण फैल जाता है। ये इंजेक्शन कुत्ता या बिल्ली काटने के 24 घंटे अंदर अंदर लगाना आवश्यक है।


