
राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन का प्रदेशाध्यक्ष गिरफ्तार



जयपुर। राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह शेखावत को जयपुर में झोटवाड़ा पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। पिछले दो सालों से लंबित 104 और 108 एंबुलेंसकर्मियों की मांगों पर सुनवाई नहीं होने से नाराज वीरेंद्र सिंह शेखावत ने राजधानी में सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने मंगलवार सुबह 10 बजे आत्मदाह की चेतावनी दी थी। वे सीएम हाउस पहुंचते इसके पहले ही पुलिस ने वीरेंद्र सिंह को हिरासत में ले लिया। आपको बता दें कि प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार शाम को एक वीडियो जारी कर कहा था कि वे मंगलवार सुबह 10 बजे सीएम हाउस पहुंचेंगे। वहां आत्मदाह करेंगे। इसके बाद पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया था। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने वीरेंद्र सिंह को घर से हिरासत में ले लिया। यह है आत्मदाह की चेतावनी देने की वजह वीरेंद्र सिंह शेखावत के मुताबिक 108 और 104 एम्बुलेंस कर्मचारियों की मांगो को लेकर पिछले 2 वर्षों से संघर्ष कर रहे है। लेकिन प्रदेश में एम्बुलेंस कर्मचारियों की आवाज कोई सुनने वाला नहीं है। एम्बुलेंस कर्मचारियों ने अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उच्च अधिकारी, चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा , मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय तक गुहार लगाई। लेकिन किसी भी स्तर पर एम्बुलेंसकर्मियों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। इससे वीरेंद्र सिंह ने मंगलवार सुबह सीएम हाउस के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी थी। आपको बता दें कि कोरोना काल में कोरोना संक्रमण ने चित्तौडग़ढ़, गंगानगर, अलवर में तीन 108 एम्बुलेंसकर्मियों की जान ले ली। लेकिन एक भी एंबुलेंसकर्मी ड्यूटी छोड़कर भागा नहीं। सबने जोश और जज्बे से मरीजों की सेवा की। लेकिन राज्य सरकार और चिकित्सा महकमे ने एंबुलेंसकर्मियों की परेशानी पर कोई ध्यान नहीं दिया। ये है एंबुलेंसकर्मियों की मांग 1. वर्तमान में मिल रहा सकल वेतन ईएमटी (नर्सिंगकर्मी) को 9880 रुपये और पायलट (ड्राइवर) को 9566 रुपये का 20प्रतिशत बढ़ोतरी कर दिया जाए। 2. श्रम कानून अनुसार कार्य समय 8 घंटे किया जाए। 3. एम्बुलेंस कर्मचारियो का वेतन प्रतिवर्ष 10प्रतिशत बढ़ोतरी हो।

