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नशेडिय़ों का अड्डा बनता जा रहा डॉ करणी सिंह स्टेडियम, देखें वीडियो

-कुशालसिंह मेड़तिया
बीकानेर।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकारें कितनी सतर्क और सजग है। इसकी बानगी आज दिन होने वाली घटनाओं को देख ही लगाया जा सकता है। जिसके चलते सरेराह महिलाओं व लड़कियों के साथ अश्लील हरकतें हो रही है। इसकी शिकायतें पुलिस महकमें में होने के बाद भी कार्यवाही नाम मात्र की होती है। कुछ ऐसे ही नजारें शहर के सबसे बड़े खेल मैदान डॉ करणी सिंह स्टेडियम में देखने को मिल रहे है। जहां आएं दिन यहां अभ्यास करने वाली महिला खिलाडिय़ों के साथ बदसलूकी हो रही है। जिसकी लिखित शिकायत स्थानीय पार्षद ने जिला कलक्टर को की है। फिर भी हालात जस के तस बने हुए है। जानकारी मिली है कि स्टेडियम में अलसुबह अभ्यास पर आने वाली बालिकाओं के साथ यहां अवैध रूप से संचालित होने वाली एकेडिमियों के अध्ययरत विद्यार्थी इन बालिकाओं के साथ छेडखानी कर रहे है। सोमवार को भी स्टेडियम में एक बालिका से साथ धक्का मुक्की की एक घटना घटित हुई है। जिसके बाद अभिभावक भी सकते में आ गये है।

नशेडिय़ों की शरण स्थली बन गया है खेल मैदान
डॉ करणी सिंह स्टेडियम जहाँ सुबह-सुबह हर रोज खिलाड़ी यहाँ अभ्यास करने के लिए आते है। लेकिन इस स्टेडियम में आजकल रोज शाम को नशेडिय़ों का अड्डा बनता जा रहा है। जब सुबह- सुबह खिलाडी यहाँ अभ्यास करने पहुँचते है तो चारो तरफ केवल शराब की बोतलें और डिस्पोजल ही नजर आते हैं। यहाँ के हालात देखकर लगता है स्टेडियम का कुछ हिस्सा शराबियों का ठिकाना बन गया है। इसके चलते सुबह आने वाले खिलाडिय़ों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां नशे का सेवन करने के बाद नशेड़ी सिगरेट,शराब की बोतलें सहित अनेक सामग्री बदहाल हालात में यहां बिखेर कर चले जाते है। इनको मना करने पर झगड़े पर उतारू हो जाते है।

सही से नहीं होती मॉनिटरिंग
स्टेडियम में सही तरीके से देखभाल नहीं होती जिसके कारण यहाँ अव्यवस्था बनी हुई रहती है। सही तरह से मॉनिटरिंग न होने के कारण इस स्टेडियम के हाल बेहाल है। शायद यही वजह है की खिलाड़ी बड़ी संख्या यहाँ खेलने नहीं आ पा रहे हैं। इस और प्रशासन को भी ध्यान देने की जरुरत है ताकि यहाँ खिलाडी बड़ी संख्या में अभ्यास करने पहुंचे।

समय पर नहीं होती साफ़-सफाई
स्टेडियम में शराबियों का अड्डा होने के कारण यहाँ बने साइकिलिंग ट्रैक पर भी शराब की बोतले टूटी हुई मिलती है। जिसके कारण कई बार खिलाड़ी चौटिल भी हो चुके है। लेकिन इस और किसी भी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। खेल स्टेडियम में खिलाडिय़ों के लिए खेल का सामना तो दूर पेयजल तक की सुविधा नहीं है। जिसके कारण खिलाडिय़ों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

टूटा हुआ है ट्रैक
सुबह-सुबह यहाँ बड़ी संख्या में खिलाडी व तैयारी करने वाले स्टूडेंट यहाँ रनिंग करने के लिए आते है। लेकिन यहाँ के हालात यह की यहाँ स्थित रनिंग ट्रैक ही टूटा पड़ा है। जिसके चलते धावक को दौडऩे में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वह दौडऩे के लिए कहा जाए।

एकेडिमियों का है कब्जा
जानकारी मिली है कि स्टेडियम में कई एकेडिमियां बिना अनुमति के ही संचालित हो रही है। जिसमें यहां आने वाले खिलाड़ी और उनके साथी बालिकाओं पर फिबतियां कसते नजर आते है। हालांकि उनको इस बारे में कई बार चेताया भी गया है। किन्तु स्थिति वहीं ढाक के तीन पात वाली बनी हुई है।

कहां है महिला पेट्रोलियम पुलिस टीम
बालिकाओं की सुरक्षा के लिये स्कूल के ईदगिर्द महिला पुलिस कास्टेबल की पेट्रोलियम टीम की गश्त की व्यवस्था शुरू कर रखी है। किन्तु कोरोना काल के चलते स्कूलों का संचालन नहीं होने के कारण यह पेट्रोलियम टीमें भी शहर की सड़कों पर अब कम ही नजर आ रही है। जबकि स्टेडियम के सामने एक बालिकाओं की स्कूल भी है।

वर्जन
बालिकाओं के साथ छेडछाड़ की शिकायत आने के बाद जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंपा गया है। किन्तु अब तक इसको लेकर प्रशासन और पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। अगर स्टेडियम में हो रही छेडछाड़ की घटनाओं पर पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तो आन्दोलन का रास्ता ही अपनाना पड़ेगा। महेन्द्र सिंह बडगुजर,स्थानीय पार्षद

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