Gold Silver

विशेष / श्री गणेशाय नम: … हर ईमेल सुनते है .. मैं प्यार करता हूं… पिताजी नहीं मान रहे हैं, आपकी कृपा से पिताजी मान जाएं तो शादी हो जाए

श्री गणेशाय नम: … श्री त्रिनेत्र गणेश जी…मैं एक लड़की से प्यार करता हूं… प्रेमिका की मां शादी के लिए मान गई, लेकिन पिताजी नहीं मान रहे हैं। आपकी कृपा से पिताजी मान जाएं तो शादी हो जाए।

श्री गणेशाय नम: …. मेरा कोई बेटा नहीं है। आपसे अरज है कि आप मेरे बेटे के रूप में घर में पधारें।

ऐसे लाखों लेटर और ई-मेल आते हैं सवाई माधोपुर में रणथंभौर के श्री त्रिनेत्र गणेश मंदिर में। यहां भगवान गणेश अपने पूरे परिवार पत्नी रिद्धि-सिद्धि समेत बेटे शुभ-लाभ के साथ विराजित हैं।

यहां भगवान गणेश को शादियों के लिए इंविटेशन कार्ड तो आते ही हैं, साथ ही भक्त अपनी मनोकामना भी पत्र में लिखकर भगवान गणेश तक पहुंचाते हैं। ऐसी मान्यता है कि पत्र में लिखकर भेजने से मनोकामना पूर्ण हो जाती है। भगवान गणेश का यह एकमात्र ऐसा मंदिर है, जिनके नाम मेल और लेटर आते हैं।

Join Whatsapp 26