
परीक्षा के दौरान मेहंदी लगाकर आने वाली लड़कियों के विशेष निर्देश जारी राजस्थान में अब भर्ती परीक्षा टेबलेट्स पर होंगे,डमी व पेपर लीक की समस्या खत्म हो गई: आलोक राज





परीक्षा के दौरान मेहंदी लगाकर आने वाली लड़कियों के विशेष निर्देश जारी
राजस्थान में अब भर्ती परीक्षा टेबलेट्स पर होंगे,डमी व पेपर लीक की समस्या खत्म हो गई: आलोक राज
बीकानेर। कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज ने कहा है कि आने वाले कुछ वर्षों में राजस्थान में टेबलेट्स पर एग्जाम होंगे। इसके लिए परीक्षण चल रहा है और जल्दी ही पॉजिटिव रिजल्ट सामने आएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि आयोग जल्द ही एक साथ तीस-चालीस हजार स्टूडेंट्स का एग्जाम टेबलेट पर लेना शुरू कर देगा। बीकानेर में ग्रेड चतुर्थ श्रेणी परीक्षा की तैयारियों के संबंध में आए राज ने मीडिया से बातचीत में ये बात कही। 19 से 21 सितम्बर तक होने वाली ग्रेड चतुर्थ श्रेणी परीक्षा की तैयारी के संबंध में आलोक राज बीकानेर आए थे। राज ने बताया कि ऑनलाइन एग्जाम कराने के लिए हमें लाखों की संख्या में कम्प्यूटर की आवश्यकता है। वर्तमान में महज बीस हजार कम्प्यूटर उपलब्ध है और वो भी प्राइवेट कॉलेज व स्कूल में है। ऐसे में हम टेबलेट्स आधारित एग्जाम करवा सकते हैं। इसके लिए पहले दस से पंद्रह हजार टेबलेट्स तैयार किए जाएंगे। इसके बाद ये संख्या बढ़ाई जाएगी। फिलहाल हम व्यवस्था के लिए प्रयास कर रहे हैं। ये परीक्षण किया जा रहा है कि इसमें नकल कैसे रोकी जा सकती है।
उन्होंने बताया कि भर्ती परीक्षाओं में डमी केंडिडेट्स की समस्या से निपटने के लिए तैयारी पूरी हो गई है। अब ऐसे केस सामने नहीं आएंगे।
यहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि डमी की समस्या अब शून्य हो जाएगी। इतना ही नहीं पेपर लीक होने की समस्या भी अब लगभग खत्म हो गई है। पेपर प्रिंटिंग और पेपर वितरण की व्यवस्थाओं से पहले से ज्यादा बेहतर किया गया है। अब अंतिम क्षण तक ये पता नहीं चलेगा कि किसके पास कौनसा पेपर सेट पहुंचा है। सभी सेंटर्स को एक घंटे पहले बंद किया जा रहा है और शुरू से अंत तक सारी गतिविधियां वीडियोग्राफी में लिया जा रहा है। ड्रेस कोड को लेकर कोई परेशानी नहीं होती है।
डमी से निपटने के लिए हर सेंटर पर बायोमेट्रिक और फेस स्केन कर रहे हैं। एडमिट कार्ड पर केंडिडेट का फोटो होता है। इसके अलावा लाइव फोटो भी लेते हैं। दोनों के मिलान होने पर डमी केंडिडेट्स की संभावना खत्म हो जाएगी।
पोर पर मेहंदी नहीं लगाने की सलाह
अजय राज ने कहा कि लड़कियों को एग्जाम से पहले मेहंदी लगाने से बचना चाहिए। खासकर हाथों के पोर पर मेहंदी नहीं लगानी चाहिए क्योंकि बायोमेट्रिक में परेशानी होती है। इसके बाद भी अगर कोई लगाकर आता है तो उसकी फेस स्केनिंग होगी। किसी भी स्थिति में स्केनिंग तो होगी। बेहतर होगा कि गल्र्स इसमें सपोर्ट करें और अंगुलियों में वहां मेहंदी न लगायें, जहां से बायोमेट्रिक लगती है।


