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नहीं रहे बीकानेर की संसद के स्पीकर

बीकानेर। बीकानेर के संसद कार्यालय में अब उनके स्पीकर की आवाज नहीं सुनाई देगी। आप सोच रहे होंगे की आखिर बीकानेर में कौनसी संसद है और उनके स्पीकर कौन है। चौकिए मत शहर के अन्दुरू नी कीकाणी व्यासों के चौक में बीकानेर के एक मात्र संसद कार्यालय के मुखिया भवानीशंकर व्यास का मंगलवार देर रात निधन हो गया। 93 वर्षीय व्यास का अंतिम संस्कार बुधवार को सुबह उनके पैत्रृक श्मसान गृह पर किया गया। मन्नू काका के नाम से ख्यातनाम व्यास की संसद कीकाणी व्यासों में लगती रही है। चाहे चुनावों की बात हो या देश अथवा प्रदेश की कोई समस्या उन पर मंथन के साथ साथ बीकानेर के घटनाक्रमों पर रोज शाम को संसद में बहस जरूर होती और उसका समाधान तक कर सरकार को इसके लिये लिखे जाने के प्रयास भी किये जाते। आदर्श शिक्षक के उपाधि से अंलकृत भवानीश ंकर व्यास देश की आजादी से पहले से ही अपने चौक में तिरंगा फहराते आ रहे है और इस परम्परा को उन्होंने अपने जीवन पर्यन्त जारी रखा। 93 वर्ष की आयु में भी वे युवाओं की तरह हर एक आयोजन में शरीक होकर सभी के लिये प्रेरणा स्त्रोत बने हुए थे। बच्चों के चाचा नेहरू कहे जाने वाले मन्नू काका के निधन से शहर में शोक की लहर दौड़ गई है।उनके निधन पर पूर्व निगम आयुक्त एम एम व्यास,भाजपा नेता जे पी व्यास,कीकाणी व्यास पंचायती ट्रस्ट के नारायण दास व्यास,वासुदेव व्यास,शिक्षक सतीशचन्द्र व्यास,अविनाश व्यास,ब्रह्मदत्त व्यास,विपिन व्यास,काला महाराज,बसंत व्यास,बृजेश्वर व्यास,गणेश व्यास,अशोक चूरा, सहित अनेक जनों ने शोक जताया है।

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