
इस गांव को किसी की लगी नजर, पहले 5 बच्चों ने गंवाई जान, अब एक और मासूम की कुंड में डूबने से हुई मौत






खुलासा न्यूज बीकानेर। नापासर के हिम्मतासर गांव में 4 अप्रैल की रात राधेश्याम (6) अपनी मां के पास सो रहा था। रात दो बजे मां की आंख खुली तो राधेश्याम नहीं था। उसकी मां ने पति को जगाया और राधेश्याम के लापता होने की बात बताई। इसके बाद धीरे-धीरे करके घर के सारे सदस्य उठ गए। राधेश्याम को गांव में खोजा गया, पर सफलता नहीं मिली। इस दौरान कुंड में भी देखा गया, लेकिन पानी से लबालब भरे कुंड में कुछ नजर नहीं आया। सुबह हो गई, फिर भी उसका पता नहीं लगा। गांव वालों ने कुंड में 2 मशीनें लगाईं और पानी को बाहर निकाला। कुंड खाली हुआ तो राधेश्याम का शव पड़ा मिला। घर वालों ने कलेजे के टुकड़े की लाश देखी तो हाहाकार मच गया। वह पहली कक्षा में गांव के ही एक स्कूल में पढ़ता था।
कुंड पर लगा था ढक्कन
घर के बाहर बने 10 फीट के कुंड पर एल्युमिनियम का ढक्कन लगा हुआ है। यह ढक्कर आम तौर पर बंद ही रहता है। मासूम की मौत ने इसको लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ढक्कन बंद था, तो खोला किसने। यह भी आशंका जताई जा रही है कि ढक्कन खुला तो नहीं रह गया था, जिसमें बच्चा गिर गया। फिलहाल ऐसी सभी बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है। मौके पर थानाधिकारी जगदीश पांडार भी पहुंच गए हैं।
इसी गांव में 15 दिन पहले अनाज की कोठी में छिपने के बाद गेट बंद हो गया था। अंदर छिपे पांचों बच्चों की मौत हो गई थी। इसमें चार सगे भाई व बहन थे। 4 लड़कियों व एक लडक़े की मौत के सदमे से ग्रामीण अभी उबरे भी नहीं थे, कि एक और घटना हो गई।
नोखा में भी गिरे थे कुंड में
ऐसी ही एक घटना पिछले महीने नोखा में हुई थी, जहां दो सगे भाई-बहन की कुंड में गिरने से मौत हो गई थी। बच्चे अपने घर के आगे खेल रहे थे और कुंड का दरवाजा खुला होने से उसमें जा गिरे थे।


