
तो तय क्या तय हो गया….. होंगे थर्ड ग्रेड के तबादले






पत्रकार, कुशाल सिंह मेड़तिया की रिपोर्ट
खुलासा न्यूज, बीकानेर। प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लगने से पहले सरकार अपनी बची हुई घोषणाओं को पूरा करने में जुटी हुई है। लेकिन पांच सालों के जो वर्ग सरकार से लगातार आस लगाए हुए था बावजूद उसके खुद को ठगा महसूस कर रहा है। हम बात कर रहे हैं तृतीय श्रेणी शिक्षकों की…….पांच सालों में आवेदन लेने की प्रक्रिया तबादला नीति बनाने की बात करने वाली सरकार इन शिक्षकों की एक तबादलों की मांग को पूरा नहीं कर पाई।
भाजपा ने जाते जाते किया कांग्रेस वो भी नहीं कर पाई
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने जाते जाते अंतिम समय में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले किए। लेकिन वर्तमान की कांग्रेस की सरकार वह भी नहीं कर पाई। जबकि चुनाव के समय कांग्रेस सरकार बनने के बाद तब के शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा के आवदेन लेकर तबादलों की बात कही। तब 85000 शिक्षकों ने आवेदन किया था। लेकिन इसका भी कोई नतीजा नहीं निकाला और यह प्रक्रिया भी कागजों में ही रह गई।
खुद मंत्री विधायक कर चुके मांग
ऐसा नहीं है कि केवल शिक्षक और शिक्षक संगठन ही तृतीय श्रेणी के तबादलों को खोलने की मांग कर रहे हैं बल्कि सरकार के मंत्री और विधायक भी लगातार इस बारे में कई मांग कर चुके हैं।
नुकसान की संभावना
दरअसल सरकार के स्तर पर इन तबादलों के होने की संभावना की अब खत्म हो गई है लेकिन सरकार इन तबादलों को शायद इसलिए नहीं करना चाह रही थी कि सभी शिक्षकों को संतुष्ट करना संभव नहीं है और शायद इसका नुकसान नहीं हो जाए लेकिन है की बात यह है कि अब शिक्षक संगठन इस प्रक्रिया को नहीं करने से नाराज है और आने वाले चुनाव में इसको लेकर सरकार को नुकसान झेलना पड़ सकता है। हालांकि शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला कई बार कह चुके हैं कि तबादलों पर प्रतिबंध है इसलिए किसी भी तरह का कोई तबादला नहीं हो सकता। वही शिक्षा विभाग की ओर से पॉलिसी बना लिए जाने की बात भी वे कह चुके हैं लेकिन बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के स्तर पर इसका अंतिम निर्णय होगा।


