
राजस्थान में लंपी स्किन बीमारी का कहर, सैकड़ों मौत संक्रमण के डर से गोशालाओं से भागे कर्मचारी






सांचौर। राजस्थान में तेजी से फैल रही संक्रामक बीमारी लंपी स्किन गोवंश के लिए जानलेवा हो गई है। विशेषकर गोशालाओं में इस रोग का अटैक सबसे अधिक देखने को मिल रहा है। एक जगह बड़ी संख्या में मौजूद गोवंश तेजी से संक्रमित हो रहे हैं।
दरअसल, राजस्थान में लंपी स्किन के मामले करीब दस दिन पहले सामने आए थे। इसके बाद यह रोग राजस्थान के कई जिलों के गोवंश में फैल गया है। इसका सबसे अधिक असर जालोर जिले में है। यहां पथमेड़ा गोदाम आनंद वन की 6 गोशालाओं में खतरनाक लंपी वायरस फैल गया है। यहां पिछले 10 दिनों में लंपी स्किन बीमारी से 330 गायों की मौत हो चुकी है, जबकि 1440 गायों में संक्रमण फैला हुआ है।
इसी गोशाला से संचालित पालड़ी गांव में स्थित श्री ठाकुर गौ सेवाश्रम गोशाला में करीब 750 से ज्यादा गोवंश रोग की चपेट में आया है। इसमें 150 से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है। वहीं, संक्रमण फैलने के बाद यहां काम करने वाले 24 लोग भी काम छोडक़र चले गए हैं।
देसी तरीके से इलाज करने को मजबूर
आसपास के क्षेत्र से प्रतिदिन इस गोशाला में लंपी स्किन बीमारी से ग्रसित 20 से अधिक गोवंशों को लाया जा रहा है। इस गोशाला में 100 से अधिक गांव के युवा गायों को सेवा में लगे हुए हैं। इस बीमारी से ग्रसित गायों को अलग रखकर उनका इलाज किया जा रहा है। वहीं, गोशाला में स्थानीय लोगों द्वारा मजबूरी में धूप, नीम के पत्तों के रस से गायों का देशी उपचार भी किया जा रहा है।


