
दिल्ली में 48 सीटों के साथ भाजपा को बहुमत, लेकिन ‘आप’ से 3.6 प्रतिशत ज्यादा वोट मिले, ‘आप’ की हार के छ: बड़े कारण, पढ़ें खबर







खुलासा न्यूज नेटवर्क। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के रिजल्ट शनिवार को आए। भाजपा ने 27 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल किया। भाजपा ने 48 और आम आदमी पार्टी (AAP) ने 22 सीटें जीतीं। भाजपा+ को AAP से 3.6% ज्यादा वोट मिले। इससे 26 सीटें ज्यादा मिलीं। पिछली चुनाव में 8 सीटें थीं। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली। भाजपा ने 1993 में 49 सीटें यानी दो तिहाई बहुमत हासिल किया था। 5 साल की सरकार में मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज सीएम बनाए गए थे। 1998 के बाद कांग्रेस ने 15 साल राज किया। इसके बाद 2013 से आम आदमी पार्टी की सरकार थी। इस बार भाजपा की 71% स्ट्राइक रेट के साथ 40 सीटें बढ़ीं। पार्टी ने 68 पर चुनाव लड़ा, 48 सीटें जीतीं। वहीं, AAP को 40 सीटों का नुकसान हुआ। आप का स्ट्राइक रेट 31% रहा। भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले वोट शेयर में 9% से ज्यादा का इजाफा किया। वहीं, AAP को करीब 10% का नुकसान हुआ है। कांग्रेस को भले ही एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन वोट शेयर 2% बढ़ाने में कामयाब रही।
हार की 6 बड़ी वजह
करप्शन के आरोप लगे, 177 दिन जेल में रहे:- केजरीवाल शराब नीति केस में कुल 177 दिन जेल में रहे। BJP ने अपने चुनावी कैंपेन में इसे मुद्दा बनाया। केजरीवाल खुद को ‘कट्टर ईमानदार’ कहते थे। BJP ने उन्हें बार-बार ‘कट्टर बेईमान’ कहा।
सरकारी बंगले ‘शीशमहल’ पर 45 करोड़ खर्च: केजरीवाल के सरकारी बंगले के रेनोवेशन पर 45 करोड़ रुपए खर्च किए जाने को BJP ने मुद्दा बनाया। चुनाव के पहले इसे ‘शीशमहल’ कहकर प्रचारित किया।
केजरीवाल के खिलाफ मोदी खुद चेहरा बने:- BJP ने इस चुनाव को PM मोदी बनाम केजरीवाल बनाया। प्रधानमंत्री ने अपने नाम पर वोट मांगे।
केंद्र ने 12 लाख तक इनकम टैक्स फ्री की:- दिल्ली में 67% आबादी मिडिल क्लास है। पिछले चुनावों में मिडिल क्लास ने AAP को एकतरफा वोट किया था। इस फैसले का असर पड़ा।
महिलाओं और बुजुर्गों को आर्थिक मदद का ऐलान:- मोदी ने हर रैली में कहा कि हम मौजूदा सरकार की किसी भी कल्याणकारी योजना को बंद नहीं करेंगे। वहीं, महिलाओं और 60-70 साल के बुजुर्गों को हर महीने 2500 रुपए देने का ऐलान किया।
67 प्रतिशत उम्मीदवार बदल दिए:- BJP ने इस बार कुल 68 उम्मीदवार उतारे। इसमें पिछले चुनाव वाले 46 प्रत्याशी बदल दिए। यानी BJP ने 67 प्रतिशत कैंडिडेट बदले।


