
बहन ने फोन किया शिखा तेरे जीजू मिलने बुला रहे है, फिर हुआ ऐसा की परिवार सहम गया






बहन ने फोन किया शिखा तेरे जीजू मिलने बुला रहे है, फिर हुआ ऐसा की परिवार सहम गया
नीमकाथाना। भराला मोड़ पर सोमवार को सडक़ किनारे बैंककर्मी शिखा के शव मिलने की घटना का पुलिस जल्द खुलासा कर सकती है। घटनास्थल की पड़ताल के बाद पुलिस को मिले कुछ साक्ष्य के आधार पर जांच जारी हैं। सूत्रों की माने तो घटना के बाद से ही लापता मृतका के पति पर ही पत्नी की हत्या करने की सुई टिकी हुई है।
वहीं शिखा की चाची मंजू गुप्ता ने बताया कि कई दिनों से पंकज उनकी बेटी को परेशान कर रहा था। उसे दहेज के लिए प्रताडि़त किया जा रहा था। उसका पति पंकज कागज पर साइन मांग रहा था कि अगर उसे कुछ हो जाए तो उसका और उसकी मां का नाम नहीं आएगा। तीन दिन से उसे जबरदस्ती नेहरू पार्क में बुलाया जा रहा था।
पहले दिन तो पंकज नेहरू पार्क में ही मिलकर चला गया। इसके बाद अगले दिन उसे गाड़ी में जीर की चौकी तक ले गया और रात को 9 बजे घर छोड़ दिया। इसके बाद तीसरे दिन उसे जीर की चौकी ले गया और उसे मार दिया। साजिश में शिखा का पति पंकज व उसके परिजन शामिल है। साढ़े तीन महीने से बेटी हमारे यहां पर रह रही थी। हमने कभी उससे नहीं कहा कि वह उसे लेकर जा
शिखा की बुआ ने बताया कि रविवार की शाम को शिखा ने मेरी बेटी सोनल को शाम सवा 6 बजे फोन किया था और कहा तेरे जीजू मिलने के लिए बुला रहे हैं। इस दौरान शिखा ने कॉल पर कहा कि पंकज उससे एग्रीमेंट पर साइन चाहता है कि वह आधी सैलरी उसकी मां को देगी। साथ ही वह उसे अलवर लेकर जाएगा। इसके बाद वह अपने माता-पिता से कनेक्शन नहीं रखेगी।
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वह दोनों बातों के लिए राजी हो गई। साथ ही उसने तीसरी शर्त रखी कि कल को अगर उसे कुछ होता है तो उसका और उसकी मां का नाम नहीं आएगा। इस पर मेरी बेटी ने शिखा को पंकज से मिलने के लिए रोका। मगर वो उसके प्यार में नहीं मानी और उसका खाना बनाकर ले गई। बेटी का सडक़ किनारे पड़े मिले शव के बाद पिता सतीश गुमसुम हो रहे है। मंगलवार को उनके घर पर बैठने के लिए आने वालों का ताता लगा रहा। पिता रुंधले मुंह से बोलते हुए कह रहे थे कि मुझे क्या पता था बेटी के साथ इतनी बड़ी घटना घटित हो जाएगी।


