
श्रीराम सुपर गेहूं बीज से मिल रही किसानों को रिकॉर्ड उपज, इस साल भी इन्हीं किस्मों पर भरोसे का रुझान





श्रीराम सुपर गेहूं बीज से मिल रही किसानों को रिकॉर्ड उपज, इस साल भी इन्हीं किस्मों पर भरोसे का रुझान
जयपुर। राजस्थान में गेहूं की खेती में श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स द्वारा विकसित ‘श्रीराम सुपर ५-एसआर-०५’ और ‘श्रीराम सुपर ३-एसआर-७२’ गेहूं बीजों ने उल्लेखनीय परिवर्तन लाया है। इन उन्नत किस्मों ने किसानों के बीच उच्च उपज, रोग प्रतिरोधकता और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में अनुकूलता के लिए ख्याति प्राप्त की है।
श्रीराम फार्म सॉल्यूशन्स के विश्वविख्यात गेहूं वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई गेहूं की किस्में, श्रीराम सुपर ३-एसआर-७२ और ५-एसआर-०५, इनकी अनुकूलन क्षमता और बेहतरीन उत्पादकता के चलते किसानों में बहुत लोकप्रिय हैं। इनका दाना बड़ा, कठोर और चमकदार है, और यह रोगों के प्रति सहनशील है। सबसे खास बात यह है कि बदलती प्रकृति से उभर रही नई-नई चुनौतियों में भी इन किस्मों के परिणाम श्रेष्ठ हैं। अपनी इन्हीं विशेषताओं के चलते ये दोनों किस्में भारत के विभिन्न क्षेत्रों के किसानों की पहली पसंद बन गई हैं।
सवाई माधोपुर के अनुभवी किसान कपूर सिंह बताते हैं कि इस साल उन्होंने अपने खेत में श्रीराम सुपर ५-एसआर-०५ गेहूं की बुवाई की। उनका कहना है कि इस किस्म का तना बेहद मज़बूत है, जिससे फसल गिरने की संभावना नहीं रहती।
कौरली के भगवान मीना ने पिछले साल अपने खेत में श्रीराम सुपर ३-एसआर-७२ गेहूं की बुवाई की। उनका कहना है कि इस किस्म में अधिक कल्ले, अधिक चारा और तना गिरने के प्रति बेहद सहनशील है।




