चाचा द्वारा भतीजे के मर्डर मामले में चौंकाने वाला खुलासा, मृतक ने खुद ही मारी थी गोली - Khulasa Online चाचा द्वारा भतीजे के मर्डर मामले में चौंकाने वाला खुलासा, मृतक ने खुद ही मारी थी गोली - Khulasa Online

चाचा द्वारा भतीजे के मर्डर मामले में चौंकाने वाला खुलासा, मृतक ने खुद ही मारी थी गोली

खुलासा न्यूज नेटवर्क। निकटवर्ती अनूपगढ़ जिले के श्रीबिजयनगर इलाके के गांव 33 जीबी में चाचा के भतीजे का मर्डर करने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार शाम चौकाने वाला खुलासा किया। चार दिन पहले जिस मामले को पुलिस हत्या बता रही थी और इस संबंध का मर्डर का केस भी दर्ज किया था, उसी को शुक्रवार को पुलिस ने सुसाइड करार देते हुए कहा कि मृतक ने अपने पास उपलब्ध देशी पिस्तौल से खुद को ही गोली मार ली थी। शुक्रवार शाम अनूपगढ एसपी रमेश मौर्य ने वारदात में चौकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि असल में यह हत्या नहीं आत्महत्या थी। मृतक ने खुद को देशी पिस्तौल से गोली मार ली थी।

 

यह था मामला

अनूपगढ़ जिले के श्रीबिजयनगर इलाके के गांव 33 जीबी के जगराजसिंह (64 ) ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया था कि उसका बेटा गुरदेवसिंह अपने चाचा गुरदयालसिंह के गांव दस जीबी बिरानी में ठेके पर लिए ईंट भट्ठे पर जेसीबी चलाने का काम करता था। गुरदयालसिंह के इस ठेके पर कुछ गड़बड़ी कर देने से भट्ठा मालिक ने उससे ठेका छुड़वा लिया था। तब से गुरदयालसिंह अपने भतीजे गुरदेवसिंह पर भट्ठे की नौकरी छोडऩे का दबाव डाल रहा था। गुरदेव के भट्ठे की नौकरी नहीं छोडऩे पर गुरदयाल अपने भतीजे गुरदेवसिंह से रंजिश रखने लगा था। गुरदयालसिंह की मां के नाम करीब सवा बीघा जमीन थी। गुरदेव इस जमीन का इंतकाल अपने नाम दर्ज करवाना चाहता था।
दो अप्रैल को गुरदयालसिंह ने मृतक गुरदेवसिंह को इसी जमीन का इंतकाल उसके नाम दर्ज करवा देने की बात कहते हुए उसे अपने घर बुलाया। जब गुरदेव अपने चाचा गुरदयाल के घर पहुंचा तो घर के पास ही गुरदयाल और दो अन्य ने मिलकर गुरदेव को गोली मार दी। इससे उसकी मौत हो गई।

ऐसे आया यूटर्न

घटना का खुलासा करते हुए शुक्रवार को अनूपगढ़ एसपी रमेश मौर्य ने बताया कि मामला असल में हत्या का नहीं आत्महत्या का है। उनका कहना था कि मृतक भतीजे गुरदेव की दादी और चाचा गुरदयाल की मां के नाम सवा बीघा जमीन थी। इसी जमीन का इंतकाल अपने नाम दर्ज करवाने के लिए पिछले कई दिन से गुरदेव अपने चाचा गुरदयाल को आग्रह कर रहा था। पुलिस जांच में सामने आया कि तीस मार्च और एक अप्रैल को गुरदेवसिंह अपने चाचा के घर आया और सवा बीघा जमीन का इंतकाल उसके नाम दर्ज करवाने की बात कही, लेकिन मृतक का चाचा इसके लिए तैयार नहीं हुआ। चाचा गुरदयालसिंह उसे झगड़ा करने की धमकी देने लगा। इस पर परेशान होकर गुरदेवसिंह ने अपने चाचा गुरदयालसिंह के घर के सामने आकर खुद को गोली मार ली।
पुलिस का कहना है कि मृतक गुरदेवसिंह के पास एक देशी पिस्तौल था। जिसे वह भट्ठे पर अपने पास रखता था। घटना के दिन उसने इसी पिस्तौल से खुद को गोली मारी। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने इस पिस्तौल को भट्ठे पर भी कई लोगों को दिखाया और इसके फोटो भी खींचे थे। पुलिस ने यह पिस्तौल बरामद कर लिया है।

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