शातिर बदमाशों को शरण देने वाले दो जनों को पुलिस ने किया गिरफ्तार




बीकानेर। सूरतगढ़ में छात्र नेता को गोली मारने के बाद बीकानेर पुलिस की गिरफ्त में आए हरियाणा के तीन शातिर बदमाश यहां अक्कासर गांव की ढाणी में फरारी काट रहे थे। पुलिस ने इन बदमाशों को शरण देने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया और एक अन्य की तलाश की जा रही है।
बोलेरो कैंपर गाड़ी में सवार हरियाणा के बदमाशों ने 12 सितंबर को सायंकाल सूरतगढ़ में मालेर निवासी छात्र नेता दयाल जाखड़ को गोली मारी और वहां से फरार हो गए थे। ग्रामीणों के सहयोग से महाजन थाना पुलिस ने 13 सितंबर को हरियाणा में करनाल जिला निवासी सुनील खीरा, अंकुश उर्फ सोनू रोड व अंकित पंडत उर्फ अंकित धमाका को जसवंतसर की रोही में दबोच लिया था। ग्रामीणों पर फायरिंग करने के मामले में तीनों को गिरफ्तार किया जिसकी जांच लूणकरणसर एसएचओ सौंपी गई। तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई तो सामने आया कि वे शातिर बदमाश हैं जिनके खिलाफ मर्डर, लूट, डकैती जैसे गंभीर मुकदमे हैं। हरियाणा पुलिस उन्हें तलाश रही थी और वे बीकानेर में फरारी काट रहे थे। बीकानेर में तीनों बदमाश गजनेर थाना क्षेत्र के अक्कासर गांव की रोही में सगे भाई रामनिवास जाट और नंदराम जाट की ढाणी में रुके थे। बदमाशों को झुंझुनूं निवासी जयपाल यहां छोड़ गया था तो नंदराम को दोस्त है। तीनों बदमाश 30 अगस्त को बीकानेर आए और सात दिन ढाणी में रहे। नंदराम ने उन्हें बोलेरो कैंपर गाड़ी उपलब्ध करवाई जिससे ये छह सितंबर को अक्कासर से गए। बाद में 12 सितंबर को सूरतगढ़ में छात्र नेता को गोली मारकर फरार हुए। देर रात को महाजन में ग्रामीणों ने घेरा तो फायरिंग की जिससे भूराराम जाट को गोली लगी थी। बीकानेर में बदमाशों को शरण देने पर रामनिवास और उसके सहयोगी किरताराम को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच कर रहे लूणकरणसर एसएचओ विरेन्द्रपाल बिश्नोई ने बताया कि तीनों बदमाशों को िरमांड पर लेने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज िदया गया है। इनको शरण देने वाला नंदराम फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। जयपाल की भूमिका का भी पता लगाया जा रहा है।




