
बेजुबान पशुओं की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है: भादाणी






बीकानेर। कहते है कि सेवा करने में उम्र नहीं देखी जाती है सेवा करना अपने आप में एक बड़ा धर्म है और वो भी बेजूबान पशुओं की सेवा हो तो उस व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। हमे ऐसे ही एक व्यक्ति की बात कर रहे है जो आज 70 वर्ष की उम्र में भी सुबह से लेकर देर रात तक पशुओं की सेवा में लगे रहते है अगर उनको रात को भी कोई व्यक्ति फोन कर देवे की हमारी गाय बीमार हो गई है हम क्या करें तो यह तुरंत मौके पर पहुंच कर उसकी सेवा में लग जाते है। बलदेव दास भादाणी जो अपने आप में ही एक नाम है यह वह गाय सेवक है जो आज पूरे प्रदेश में जहां गायों को लंपी बीमारी से व्यक्ति दूर हो रहा है लेकिन यह अपनी परवाह किये बिना लंपी से बीमार गायों की सेवा में लगे है उनके लिए आर्वेदिक तरीके लड्डू बनाकर गौपालकों को वितरण कर रहे है जिससे की गायों को इस बीमारी से राहत मिल सके। जब पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ था व्यक्ति को बाहर निकलना भी बंद था उस समय भी यह गायों के लिए रोजाना खाने पीने की व्यवस्था में लगे रहते है उनको कही से डर नहीं था कि इनको कोरोना हो जायेगा। जब इनको लोगों ने पूछा कि आप बाहर घूम रहे हो आपको कोरोना हो गया तो उनका जबाब था कि अगर गाय माता की सेवा करते कोरोना होता है तो कम से कम तो यह शुकुन तो है कि गायों की सेवा करते कोरोना हुआ है। वो भगवान स्वयं ठीक करेंगा। आज भी सुबह उठकर सबसे गाय को रोटी देते है फिर अपने नित्यकर्म करके सीधे गौशाला चल जाते है वहां पर दिनभर गायों की सेवा लगे रहते है। यह खुद तो सेवा करते है देर रात तक लोगों को जागरुक करते है कि गायों की सेवा करनी चाहिए लोग इनसे काफी प्रभावित होते है और गायों की सेवा लग गये है। उन्होंने सभी गौपालकों से अपील की है कि अगर गाय को लंपी हो गई है तो आप सूरत सेवा समिति के तत्वावधान में गोबरिया हनुमानजी मंदिर जगदम्बा पान भण्डार के पास से आर्युर्वेद पद्वति से निर्मित लड्डू प्राप्त कर सकते हो। यह आप 9460305366 पर फोन करके भी जानकारी ले सकते हो।


