
सेंसेक्स में साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट, जानें गिरावट के तीन बड़े कारण







खुलासा न्यूज नेटवर्क। वित्त वर्ष 2025-26 के पहले कारोबारी दिन आज यानी मंगलवार (1 अप्रैल) को शेयर बाजार में गिरावट रही। सेंसेक्स 1390 अंक (करीब 1.80%) गिरकर 76,024 के स्तर पर बंद हुआ। यह इस साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले सेंसेक्स में 28 फरवरी को 1414 (1.90%) अंक की गिरावट रही थी। निफ्टी में भी करीब 353 अंक (करीब 1.50%) की गिरावट रही, ये 23,165 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 में गिरावट रही। HCL टेक, बजाज फिनसर्व, HDFC बैंक, बजाज फाइनेंस और इंफोसिस में सबसे ज्यादा करीब 4% गिरकर बंद हुए। NSE के 50 शेयरों में से 36 में गिरावट रही। सेक्टोरल इंडाइसेज की बात करें तो रियल्टी में 3.11%, कंज्यूमर ड्यूरेबल में 2.50%, IT में 2.45%, फार्मा में 1.73% और प्राइवेट बैंक में 1.21% की गिरावट रही।
बाजार में गिरावट के तीन कारण:
- ट्रम्प का रेसिप्रोकल टैरिफ: अमेरिका कल से भारतीय प्रोडक्ट्स पर 100% टैरिफ लगा सकता है। पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि भारत हमसे 100% से ज्यादा टैरिफ वसूलता है, हम भी अगले महीने से ऐसा ही करने जा रहे हैं।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: फॉरेन इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) लगातार भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। यह बिकवाली बाजार में दबाव बढ़ाने का एक प्रमुख कारण हो सकती है, खासकर अगर निवेशक अन्य बाजारों की ओर रुख कर रहे हों।
- आर्थिक अनिश्चितता: वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका और अमेरिकी GDP के 2025 की पहली तिमाही में 2.8% तक गिरने के अनुमान से निवेशकों का भरोसा कम हुआ है। इससे स्टॉक मार्केट में अस्थिरता बढ़ रही है।


