
एप डाउनलोड का फर्जी लिंक भेज महिला के एफडी-खाते से 4.50 लाख उड़ाए





एप डाउनलोड का फर्जी लिंक भेज महिला के एफडी-खाते से 4.50 लाख उड़ाए
जोधपुर. अब तक बैंक खातों की जानकारी हासिल कर शातिर मूल रकम पर हाथ साफ करते थे, लेकिन ऐसा मामला सामने आया है जिसमें शातिर ने महिला के मोबाइल पर भेजे लिंक को क्लिक करने पर ना सिर्फ खाते से रकम साफ की, बल्कि उसकी एफडी को तोड़ते हुए करीबन 4.50 लाख रुपए पार कर लिए। उसे घटना की जानकारी दो महीने बाद मिल पाई।
मंडोर थानाधिकारी सुरेशचंद सोनी ने बताया कि मूलत: पीपाड़ शहर के कोसाना हाल माता का थान स्थित शिक्षक नगर की रहने वाली बसंती देवी पत्नी हनुमानराम जाट ने रिपोर्ट दी। उसके अनुसार 4 अगस्त को उसके मोबाइल पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने एक लिंक भेजा था। इस पर उसने क्लिक कर डाला। फिर शातिर ने कुछ और लिंक भेज कर बैंक संबंधी डिटेल हासिल कर ली। उसके अलग-अलग बैंक खातों से साढ़े चार लाख रुपए पार कर डाले। शातिर ने एक योनो एप भी डाउनलोड करने का कहा।
इसके चलते उसके एसबीआई अकाउंट से एक एफडी को भी तोड़ते हुए रुपए ट्रांसफर कर लिए। वह रुपए लेने बैंक गई तब पता लगा कि खाते की एफडी भी टूट गई है और शातिर ने यह रकम पार कर ली है। पीड़िता गुरुवार को मंडोर थाने पहुंची और करीब 4.50 लाख रुपए पार होने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने आईटी एक्ट और धोखाधड़ी मामले में यह केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
पैसे ट्रांसफर करने के लिए गूगल पर सर्च किया था सिकंदराबाद की बैंक का नंबर
एयरफोर्स रोड फोर फिंगर के रहने वाले बालाराम पुत्र लिखमाराम सुथार ने रातानाडा थाने में रिपोर्ट दी। बताया कि उसने एक एक्सिस बैंक खाते को सिकंदराबाद से ट्रांसफर करने के लिए गूगल पर नंबर सर्च किया। तब किसी के उससे संपर्क किया और खुद को एक्सिस बैंक का कर्मचारी बताते हुए उसने एनीडेस्क ऐप को डाउनलोड करने के साथ ओटीपी नंबर को साझा करने को कहा।
इस झांसे में आने पर उसने ओटीपी नंबर साझा कर दिया। फिर उसके एसबीआई अकाउंट से 47 हजार 339 और एक्सिस बैंक खाते से कुछ राशि पार हो गई। दोनों खातों से कुल 55 हजार से अधिक रुपए पार हो गए। घटना उसके साथ 17 सितंबर को हुई। वह घटना के संबंध में एसबीआई शाखा पर भी गया, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर वह गुरुवार को रातानाडा थाने पहुंचा। पुलिस ने केस दर्ज कर तफ्तीश आरंभ की है।

