Gold Silver

होमवर्क पूरा नहीं करने पर साइंस के अध्यापक ने की छात्र की पिटाई, हॉस्पिटल में एडमिट

जोधपुर। राजस्थान में स्कूलों में बच्चों के साथ लगातार मारपीट के मामले सामने आ रहे हैं। बीते एक महीने में प्रदेश के चार शहरों में इस तरह केस दर्ज किए गए हैं। जिसमें जालोर में तो बच्चे की पिटाई के कारण मौत तक हो गई थी। इसके बाद उदयपुर और बाड़मेर में भी पिटाई के केस सामने आए।
नया मामला जोधपुर के बोरुंदा थाना क्षेत्र का है। थानाधिकारी ने बताया कि गुरुवार शाम को डॉ राधाकृष्णन सीनियर सेकंडरी स्कूल में नौंवी में पढऩे वाले स्टूडेंट के साथ पिटाई की शिकायत मिली थी। स्टूडेंट आकाश के पिता ने बताया कि होमवर्क पूरा न करने की मामूली बात पर टीचर ने बच्चे की पिटाई कर दी। बच्चों को सिर में अंदरूनी चोट आई जिसके कारण उसे जोधपुर के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि, डॉक्टर का कहना है कि बच्चे को कोई अंदरुनी चोट नहीं है।
बोरुंदा के बेलदारों का मोहल्ला न्यू कॉलोनी में रहने वाले कानाराम ओड ने आरोपी टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। कानाराम ने बताया कि उसके बेटे आकाश को 15 सितंबर दोपहर को उसका ममेरा भाई मिथुन संभालते हुए घर लाया था।
आकाश को चक्कर आ रहा था। उसके सिर और कान में तेज दर्द था। पूछने पर आकाश ने बताया कि बुखार के कारण उसने साइंस का होमवर्क पूरा नहीं किया। इस बात पर संस्कृत टीचर रामकरन ने हाथ पर चूंटियां काटीं और सिर, गाल व कान पर 15 थप्पड़ मारे। टीचर की पिटाई से आकाश क्लास में ही गिर पड़ा। इस दौरान दूसरी टीचर आ गए। फिर स्कूल के ऊपर बने कमरे में बच्चे को लिटा दिया।
टीचर ने दी धमकी
आरोप है कि आकाश ने प्रिंसिपल के पास जाने की बात कही तो टीचर रामकरन ने प्रिंसिपल या घरवालों से पिटाई की बात नहीं कहने की हिदायत दी। कहा कि किसी को बताया तो फेल कर दूंगा, नहीं बताएगा तो अच्छे नंबर दूंगा।
पिता कानाराम गुरूवार को ही बच्चे को बोरुंदा के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए तो डॉक्टर ने उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया। कानाराम ने स्कूल के प्रिंसिपल बाबूलाल भाकर से शिकायत की तो पहले उन्होंने टीचर का समर्थन किया। लेकिन जोधपुर रेफर किया जाने की बात सुनकर बोरुंदा से जोधपुर के लिए गाड़ी भेजी। स्कूल स्टाफ के कुछ टीचर्स को भी साथ भेजा।
जोधपुर में गुरुवार शाम 6.30 बजे श्रीराम अस्पताल में सीटी स्कैन कराया तो कान के पास अंदरूनी हिस्से में सूजन के कारण बच्चे को एडमिट कर लिया गया। मामला गंभीर देख स्कूल के स्टाफ के टीचर्स गाड़ी लेकर फरार हो गए। अब बच्चे का इलाज चल रहा है। गुरुवार शाम काना राम ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर आरोपी टीचर के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग की।
आकाश के पिता ने कहा कि स्कूल घर से 3 किलोमीटर दूर है। 500 मीटर पैदल चलकर आकाश स्कूल बस से कजिन मिथुन के साथ गुरुवार सुबह स्कूल गया था। छठे पीरियड में साइंस टीचर रामकरण ने होमवर्क न करने की बात पर पिटाई कर डाली। काना राम ने कहा कि पुलिस में मामला दर्ज कराया को शुक्रवार 16 सितंबर कि सुबह स्कूल प्रिंसिपल बाबूलाल भाकर का बेटा जोधपुर पहुंच गया। वहां कानाराम पर शिकायत वापस लेने और खाली स्टाम्प पर साइन कर राजीनामा करने का दबाव बनाया।
कानाराम ओड ट्रक चला कर अपने परिवार का गुजारा करता है। उसने प्रशासन व जोधपुर पुलिस अधीक्षक से अमानवीय हरकत करने वाले शिक्षक रामकरण के खिलाफ कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग की है।
स्कूल प्रिंसिपल बोला- फालतू में मुद्दा बनाया
स्कूल प्रिंसिपल बाबूराम भाकर ने कहा कि इसे फालतू में ही मुद्दा बनाया जा रहा है। बच्चे के साथ मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई थी। बच्चा पहले से बीमार था। उस दिन टीचर ने होमवर्क के लिए पूछा था। होमवर्क नहीं करने पर प्रिंसिपल के पास जाने का बोला था। यहां पर बच्चे ने सिर में दर्द की शिकायत की तो उसे स्टाफ ने सर दर्द की गोली देकर स्टाफ रूम में सुलाया। स्कूल की छुट्टी होने के बाद आराम से बच्चा घर गया था। बच्चे के पिता के खिलाफ पूर्व में किसी मामले को लेकर मुकदमा भी दर्ज हो रखा है।
साइंस टीचर बोला- आरोप बेबुनियाद
जिस स टीचर रामकरण के खिलाफ शिकायत दी गई है उसका कहना है कि बच्चे के साथ मारपीट नहीं की। बच्चों को होमवर्क दिया था। कॉपी चेक कर रहा था। जिन बच्चों ने होमवर्क नहीं किया था उन्हें हाथ ऊपर कर खड़े होने की पनिशमेंट दी थी। इसके अलावा कुछ नहीं हुआ। आरोप बेबुनियाद हैं। इस मामले में बोरुंदा थाना अधिकारी हुकम गिरी ने बताया कि प्रकरण में मामला दर्ज कर अनुसंधान जारी है। बच्चे के बयान लेने जोधपुर जाएंगे।
डॉक्टर ने कहा- अंदरूनी चोट नहीं, हाथ पर निशान
श्रीराम हॉस्पिटल में भर्ती छात्र की जांच करने वाले डॉक्टर डॉ मोहन विश्नोई ने बताया कि सीटी स्कैन की जांच में बच्चे के सिर या कान में अंदरूनी चोट नजर नहीं आई है। छात्र के हाथ पर चोट का हल्का निशान है। सिर और अन्य जगहों पर चोट के निशान नहीं हैं।

Join Whatsapp 26