
सालासर टोल प्रकरण : विधायक महिया व सरपंचों के आगे झुका प्रशासन, मानी मांगे, धरना समाप्त





खुलासा न्यूज, बीकानेर। नाल टोल नाका रोड़ पर लगाया जाम 23 नवंबर की डेडलाइन के साथ हटा दिया गया है। अभी-अभी प्रशासन की समझाइश के बाद 23 नवंबर तक मांगे पूरी करने का समय देते हुए धरना हटाया गया। जानकारी के अनुसार वार्ता विफल होने से दिनभर से चल रहा धरना महापंचयात में बदल गया था। ज्ञात रहे कि मुख्य मार्ग जाम कर दिए जाने से कोडमदेसर रोड़ व एक तरफ की कच्ची रोड़ से ट्रेफिक डायवर्ट किया गया था। वहीं मौके पर कई थानों सहित लाइन का जाब्ता तैनात करना पड़ा। जिसमें बीछवाल, गंगाशहर, नाल आदि थानों के एसएचओ भी शामिल थे। टोल प्रबंधन से धरनार्थियों की बातचीत विफल रही। तो वहीं कलेक्टर छुट्टी पर होने से अतिरिक्त जिला कलेक्टर एएचगौरी ने फोन पर कांग्रेसी नेताओं से बात की। बताया जा रहा है कि सरपंच प्रभुराम गोदारा से हुए टोलकर्मियों के विवाद के बाद धरनार्थियों द्वारा कुछ मांगे रखी गई थी, जो नहीं मांगी तो धरना लगाया गया। बताया जा रहा है कि इसमें विधायक गिरधारी महिया, बिशनाराम सियाग, अक्कासर सरपंच प्रभुदयाल गोदारा, गजनेर सरपंच, चांडासर सरपंच सहित प्रधान, सरपंच व कांग्रेसी नेता शामिल है। ये सभी मौके पर भी गए बताते हैं।

