सलाम : डॉक्टर सुरेन्द्र वर्मा की मुस्कुराहट सबसे बड़ा इलाज, वह आधी रात को एक कॉल में पहुंच जाते है वार्ड में - Khulasa Online सलाम : डॉक्टर सुरेन्द्र वर्मा की मुस्कुराहट सबसे बड़ा इलाज, वह आधी रात को एक कॉल में पहुंच जाते है वार्ड में - Khulasa Online

सलाम : डॉक्टर सुरेन्द्र वर्मा की मुस्कुराहट सबसे बड़ा इलाज, वह आधी रात को एक कॉल में पहुंच जाते है वार्ड में

– काम को सलाम : ये हौसले और हुनर से जीत लेते हैं सबका दिल
– आपके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता
खुलासा न्यूज, बीकानेर। संसार में डॉक्टर ही एक ऐसा इंसान है, जिसे मरीज आस भरी नजऱों से देखता है, जैसे वो अपने भगवान को देख रहा हो। कोरोनाकाल में डॉक्टर्स न डरे ना थके, संक्रमित भी हुए फिर भी चिकित्सकीय धर्म नहीं भूले और उन्होंने कोरोना खात्मे के लिए दिन-रात एक कर दिया। इनमें से एक डॉक्टर है सुरेन्द्र वर्मा। जिन्होंने कोविड के नोडल प्रभारी के रूप में भूमिका निभाई। वे पिछले डेढ़ साल से मरीजों की सेवा करने में दिन-रात जुटे हैं। डॉ. वर्मा कोरोना की पहली लहर में अक्टूबर को संक्रमित हो गए। दस दिन उन्हें क्वारेंटीन रहना पड़ा लेकिन उन्होंने फिर भी मरीजों की सेवा करना नहीं छोड़ा। कोविड हॉस्पिटल में मरीजों के उपचार को लेकर मोबाइल पर परामर्श देते रहे। इतना ही नहीं दस दिन बाद ठीक होकर वे पुन : दोगुने उत्साह व जोश से फिर मरीजों की सेवा में जुट गए। डॉ. वर्मा आज भी अद्र्धरात्रि को भी एक कॉल पर वार्ड में पहुंच जाते हैं। डॉ. वर्मा कहते हैं कि पत्नी पारुल प्रकाश भी जनाना अस्पताल में गायनिक की चिकित्सक है, उसका भी बहुत सहयोग रहा। पत्नी ने घर-परिवार की जिम्मेदारी संभाल ली, जिस कारण ही मैं कोरोना में बेहतर काम कर पाया।

विशेष बात यह है कि डॉ. वर्मा की मुस्कुराहट सबसे बड़ा इलाज है जो दवाओं से कहीं ज्यादा असर करती है।

 

आपको कभी नहीं भूलेगा बीकानेर
हर व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए अधिकतम 8 घंटे व न्यूनतम 6 घंटे शरीर को आराम देना जरूरी है, लेकिन बीकानेर में पिछले डेढ़ साल से एक ऐसी शख्सित है जो अपनी चिंता छोड़ सुबह-शाम, दिन-रात, हर पल शहरवासियों की सेवा में जुटे हुए है। यह शख्स कोई ओर नहीं , हमारे पीबीएम अस्पताल के प्रोफेसर डॉ. सुरेन्द्र वर्मा है। पिछले डेढ़ साल से डॉ. वर्मा सारी-सारी रात जाग रहे हैं, इसलिए पहली व दूसरी लहर में भी बीकानेर चैन से सोया और आज दिनांक को कोरोना पॉजीटिव की संख्या शून्य हो गई। बिना थके सेवा में जुटे ऐसी शख्सियत को वाकई सलाम के काबिल है। दिल की गहराइयों से इनके प्रति कर्तज्ञ है।  डॉ. वर्मा कार्यशैली की सराहना राजस्थान सरकार के मुख्या सहित चिकित्सा मंत्री तक कर रहे है।

कोरोना कमांडोज़, शुक्रिया
एसपी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध पीबीएम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. सुरेन्द्र वर्मा जो आपको बचाने के लिए अपनी जान पर खेलकर दिन-रात सेवा में जुट हुए है। लड़ रहे हैं कोरोना से। रात और दिन बिना थके, बिना रूके सैनिक की भांति पिछले डेढ़ साल से डटे हुए है। आइए, आज डॉक्टर्स डे है तो उनका हौंसला बढ़ाए, उन्हें शुक्रिया कहें।

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