बचत का सुरक्षित निवेश सबसे बड़ी जिम्मेदारी : पीयूष शंगारी - Khulasa Online बचत का सुरक्षित निवेश सबसे बड़ी जिम्मेदारी : पीयूष शंगारी - Khulasa Online

बचत का सुरक्षित निवेश सबसे बड़ी जिम्मेदारी : पीयूष शंगारी

बीकानेर। बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में निवेशक जागरूकता, शिक्षा और संरक्षण पर युवाओं का एकदिवसीय प्रशिक्षण सह अभिविन्यास कार्यक्रम संपन्न हुआ। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि विद्यार्थियों में निवेश जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ-साथ बचत और निवेश को लेकर आमजन को वित्तीय प्रबंधन की बारीकियों से अवगत कराने के उद्देश्य से यह एकदिवसीय प्रशिक्षण रखा गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पी.एस. इंवेस्टमेंट के फाउंडर एंड हैड श्रीमान् पीयूष शंगारी मौजूद थे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रामजी व्यास ने की। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास एवं प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा श्री पीयूष शंगारी को बुके भेंट करते हुए स्वागत किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री पीयूष शंगारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी गाढ़ी कमाई के बाद जब उसका सुरक्षित निवेश करना चाहता है तो वह बड़ी जिम्मेदारी और चुनौती के साथ बड़ा जोखिम भरा भी होता है। लेकिन अब समय के अनुरूप जिस तरह से हर व्यक्ति जागरूक होता जा रहा है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह जागरूकता बजट की आदत डालने के साथ सुरक्षित निवेश की ओर भी बेहतर परिणाम ला रही है। श्री पीयूष शंगारी ने विद्यार्थियों को निवेश के संबंध में जानकारी के साथ-साथ यह भी बताया कि निवेश के लिए कई सारे रास्ते खुले है, चाहे फिर वह शेयर मार्केट में करना हो, गोल्ड में करना हो या फिर प्रॉपर्टी इत्यादी में इनवेस्ट कर सकते है, लेकिन इसमें सही गाइडेंस की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि हमेशा उन साधनों में निवेश करना चाहिए, जहां आपका पैसा सुरक्षित रहे और मंहगाई से ज्यादा रिटर्न मिले। ऐसे में आप शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड का रास्ता अपना सकते हैं। ध्यान रखें कि बिना किसी सलाहकार के खुद से निवेश का फैसला न करें। पिछले कुछ वर्षों में शेयर बाजार ने लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दिया है। श्री पीयूष के अनुसार म्युचुअल फंड में निवेश के माध्यम से एसओपी या व्यवस्थित निवेश योजना में निवेश का एक तरीका है जिसमें व्यक्तियों को नियमित अंतराल पर छोटी मात्रा में निवेश करने की आवश्यकता होती है। एसआईपी के माध्यम से, व्यक्ति विभिन्न उद्देश्यों को प्राप्त करने का प्रयास करता है जैसे कि घर खरीदना, वाहन खरीदना, सेवानिवृत्ति योजना। इसलिए, एस आई पी को लक्ष्य-आधारित निवेश के रूप में भी जाना जाता है। व्यक्ति कम से कम 500 रुपए के न्यूनतम निवेश के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। इस दौरान म्यूचुअल फंड की उपयोगिता पर खुले सत्र में चर्चा हुई एवं सामने आए विद्यार्थियों के जिज्ञासा भरे सवालों के जवाब भी श्री पीयूष शंगारी ने दिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि अगर आप लगातार पैसे छोटी बचत योजनाओं में जमा कर रहे हैं तो इसमें आपको लखपति बनाने की क्षमता है। ये कहने में छोटी बचत के लिए होता है लेकिन इस पर मिलने वाला ब्याज काफी अधिक होता है। जब बात फिक्स्ड डिपॉजिट या म्यूचुअल फंड की होती है तो कमाई करने के कई स्रोत एक साथ आ जाते हैं, साथ ही सुरक्षित निवेश के कई रास्ते अब समय के साथ खुल गए हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, श्री वासुदेव पंवार, डॉ. नमामिशंकर आचार्य, श्रीमती माधुरी पुरोहित, सुश्री संध्या व्यास, सुश्री प्रियंका देवड़ा, श्री गणेश दास व्यास, श्री जयप्रकाश, श्रीमती अर्चना व्यास, श्री हिमांशु, श्री शिवशंकर उपाध्याय, श्री पंकज पाण्डे, श्री महेन्द्र आचार्य आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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