
रूस ने यूक्रेन पर कर दिया हमला, मच गया हाहाकार






नईदिल्ली. यूक्रेन पर डीडीओएस साइबर अटैक हुआ है। इसकी वजह से कम से कम 10 वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया है। इसमें रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और बड़े बैंकों की वेबसाइट शामिल हैं।
16 फरवरी, 2022 आज वह तारीख है, जब यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का अंदेशा जताया जा रहा है। अमेरिकी रिपोर्टों के अलावा यूक्रेन भी इसकी आशंका जाहिर कर चुका है, लेकिन क्या रूस ने सच में यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया है। हालांकिए अभी तक न तो यूक्रेन में रूसी सैनिकों के दाखिल होने की खबर है और न ही गोली चलने या बम गिराने की। इसके बाद भी यूक्रेन में हाहाकार मच गया है। रूस के पड़ोसी देश मेें मची इस अफ रा-तफ री के पीछे व्लादिमीर पुतिन का ही हाथ होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
तो रूस ने कैसे शुरू की जंग
दरअसलए यूक्रेन में सैन्य संकट के बीच बड़ा साइबर अटैक हुआ है। यहां की सरकारी एजेंसियों और बड़े बैंकों पर साइबर हमले की रिपोर्ट है। इस हमले की वजह से कम से कम 10 वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया है। यूक्रेन प्रशासन का कहना है किए हो सकता है इसके पीछे रूस का ही हाथ हो। जब वह सीधे हमले की योजना में सफल न हो पाया हो तो उसने यह घटिया काम शुरू किया हो।
रक्षा से लेकर विदेश मंत्रालय तक की वेबसाइट ठप
यूक्रेन सरकार के मुताबिकए वहां पर डीडीओएस साइबर अटैक हुआ है। इसकी वजह से कम से कम 10 वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया है। इसमें रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और बड़े बैंकों की वेबसाइट शामिल हैं। यूक्रेन के सबसे बड़े सरकारी बैंक और कई प्राइवेट बैंकों के ऐप तक काम नहीं कर रहे हैं और ऑनलाइन पेमेंट भी नहीं हो पा रहा है। इसकी पुष्टि खुद सूचना एवं तकनीकि मंत्रालय की ओर से की गई है। हालांकिए कहा गया है कि बैंकों में जमा ग्राहकों के फंड को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
पहले भी हो चुका है साइबर अटैक
जनवरी में भी यूक्रेन पर साइबर अटैक हुआ था। तब 70 वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया था। उस समय भी यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाया था। रूस ने साल 2017 में यूक्रेन पर बड़ा साइबर हमला किया था। उसने छवजच्मजलं नाम के वायरस के जरिए दुनियाभर में 10 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचाया था।
रूस के रुख में दिखाई दी थी नरमी
गहराते यूक्रेन संकट के बीच मंगलवार को रूस के रुख में नरमी भी देखी गई थी। रूस ने दावा किया था कि वह यूक्रेन पर आक्रमण के विचार को बदल रहा है और सेना को वापस बुला रहा है। हालांकि, अमेरिका को रूस की इस चाल पर भरोसा नहीं है। उसने रूस से इसकी पुष्टि के सबूत मांगे हैं।


