आसाराम की मौत की अफवाह से खलबली:जेल DIG बोले- लोग अफवाहों पर ध्यान न दें 

आसाराम की मौत की अफवाह से खलबली:जेल DIG बोले- लोग अफवाहों पर ध्यान न दें 

जोधपुर में सोमवार दोपहर एक मैसेज ने खलबली मचा दी। मैसेज में लिखा था जोधपुर जेल में बंद आसाराम की मौत हो गई है। मैसेज के बारे में लोग एक-दूसरे से जानकारी लेते रहे। भास्कर ने जेल प्रशासन से पूछा तो इसे महज कोरी अफवाह करार दिया गया। उन्होंने कहा कि आसाराम एकदम स्वस्थ हैं। उन्हें कोई विशेष तकलीफ नहीं है। हाल ही में एम्स में उनकी जांच कराई जा चुकी है।

सोमवार को दोपहर में सबसे पहले एक मैसेज आया कि जेल में आसाराम का निधन हो गया है। हालांकि इसी मैसेज के साथ लिखा था कि पता नहीं चल पा रहा है कि यह सूचना सही है या नहीं। थोड़ी देर में ही यह मैसेज तेजी से वायरल हो गया। जेल DIG (डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल) सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि आसाराम एकदम ठीक हैं। वे आराम से हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अफवाह पर ध्यान न दें। एम्स में पिछले सप्ताह हुई जांच में रिपोर्ट सामान्य आई थी। इसके आधार पर वहां के डॉक्टरों ने आसाराम को वापस जेल ले जाने का बोला था। ऐसे में उनकी सेहत को लेकर चिंता जैसी कोई बात नहीं है।

मरते दम तक जेल में रहने की सजा भुगत रहे आसाराम
आसाराम के गुरुकुल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने आरोप लगाया कि पंद्रह अगस्त 2013 को आसाराम ने जोधपुर के निकट मणाई गांव में स्थित एक फार्म हाउस में उसका यौन उत्पीड़ किया। 20 अगस्त 2013 को उसने दिल्ली के कमला नगर पुलिस ताने में आसाराम के खिलाफ मामला दर्ज कराया। जोधपुर का मामला होने के कारण दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने के लिए उसे जोधपुर भेजा। जोधपुर पुलिस ने आसाराम के खिलाफ नाबालिग के यौन उत्पीड़न करने का मामला दर्ज किया। जोधपुर पुलिस 31 अगस्त 2013 को इन्दौर से आसाराम को गिरफ्तार कर जोधपुर ले आई। उसके बाद से आसाराम लगातार जोधपुर जेल में ही बंद है। अप्रैल 2018 में कोर्ट ने उसे इस मामले में दोषी करार देते हुए मरते दम तक जेल में रहने की सजा सुनाई थी। आसाराम की तरफ से अब तक करीब 15 बार जमानत हासिल करने की कोशिश की जा चुकी है, लेकिन किसी कोर्ट ने उसे जमानत नहीं प्रदान की।

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