
नहर पटड़े से कट गए लाखों के रोहिड़े,किसानों के ललकारने पर भागे तस्कर






नहर पटड़े से कट गए लाखों के रोहिड़े,किसानों के ललकारने पर भागे तस्कर
रातोंरात पेड़ों का जबर्दस्त संहार, वन विभाग ने किया मुकदमा दर्ज
बीकानेर। एक तरफ जहां प्रदेश सरकार पर्यावरण वानिकी पर जोर दे रही है वहीं दूसरी तरफ
महाजन व आसपास के ग्रामीण अंचल में नहर किनारे व वन विभाग की भूमि से रोहिड़ा जैसी बेशकीमती वनस्पति पर सरेआम कुल्हाड़ी चल रही है। महाजन में कंवरसेन लिट नहर के पटड़े पर लगे लाखों के रोहिड़े शुक्रवार रात को काट लिए गए परन्तु आसपास के किसानों के ललकारने पर तस्कर आरी मशीन व काटे गए रोहिड़े मौके पर ही छोडकऱ फरार हो गए। नहर से कट रहे हरे पेड़ों को देखते हुए साफ जाहिर है कि दोनों ही विभागों की मॉनिटरिंग व्यवस्था कितनी लचर है। गौरतलब है कि इस मरू अंचल को हरा-भरा करने वाली कंवरसेन लिफ्ट नहर के किनारे, राजमार्ग व नहर के बीच स्थित वन विभाग की भूमि में सैकड़ों की
तादाद में रोहिड़े के पेड़ थे। परन्तु विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के चलते तस्करों ने अब गिने-चुने रोहिड़े ही छोड़े है। पिछले कई दिनों से नहर के आसपास हरे पेड़ों की कटाई का गोरखधंधा फिर से परवान पर है। महाजन-अरजनसर के बीच कंवरसेन नहर के किनारे वन विभाग की भूमि पर वर्षों पुराने हरे-भरे करीब आधा दर्जन रोहिड़े रातों-रात तस्करों ने साफ कर डाले। जिनकी कीमत लाखों में बताई जा रही है। रामबाग माइनर के एकदम समीपनहर के किनारे पर खड़े रोहिड़ों पर कुल्हाड़ी चली है। किसानों ने बताया कि पांच सात दिन पहले भी कुछ लोग रात को ट्रेटर आदि लेकर मौके पर आए थे। लेकिन किसानों के धमकाने पर भाग खड़े हुए। शुक्रवार देर रात को तस्कर फिर मौके पर आए व आनन फानन में आरी मशीन से पांच सात रोहिड़े के
पेड़ काट डाले। आरी मशीन व ट्रेटर की आवाज सुनकर किसान मौके पर पहुंचे व तस्करों को ललकारा तो वे आरी मशीन व काटे हुए पेड़ मौके पर ही छोडकऱ भाग छूटे। शनिवार सुबह नहर विभाग के कार्मिक भी मौके पर पहुंचे। रोहिड़े काटने की जानकारी मिलने पर महाजन उपतहसीलदार मदन सिंह यादव मौके पर पहुंचे व रिपोर्ट तैयार की। जीव रक्षा संस्था के प्रेम बिश्नोई ने भी इस मामले में रोष जताते हुए कठोर कार्यवाही की मांग उठाई। मिलीभगत के लग रहे आरोप महाजन-अरजनसर के बीच तस्करों और से काटे गए रोहिड़े रात को ही ट्रेटर ट्रॉली में डालकर पार करने का प्लान था। माइनर के पास हुई पेड़ों की कटाई से नहर व वन विभाग के कर्मचारियों पर मिलीभगत के आरोप लग रहे है। कहने को नहर व वन विभाग के कर्मचारी पेट्रोलिंग करते है परन्तु पेड़ों की कटाई पर नजर डाले तो हकीकत सामने आ जाती है। अंधाधुंध हो रही है हरे वृक्षों की कटाई क्षेत्र में हरे वृक्षों की कटाई का अवैध कार्य जोरशोर से चल रहा है। राजमार्ग व नहर के बीच एवं सूने खेतों में पेड़ों की कटाई सरेआम हो रही है। राजमार्ग पर रात के समय बिना किसी खौफ के हरे पेड़ों से भरी ट्रेटर-ट्रॉलियां गुजरती है। रावतसर, नोहर क्षेत्र में चल रही पीओपी फैट्रियों पर इनकी आपूर्ति की जाती है। इनका कहना है रोहिड़े काटने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ विभागीय मुकदमा दर्ज किया गया है। मौके पर पड़े रोहिड़े उठवाकर महाजन नर्सरी में सुरक्षित रखवा दिए गए है। जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
धर्मपाल,
क्षेत्रीय वन अधिकारी लूणकरनसर


