
खुलासा पड़ताल : बीकानेर की निजी अस्पतालों में नहीं है जीवन का मोल, सबसे बड़ा रूपयों का खेल






सीधी बात : कुशाल सिंह मेड़तिया
खुलासा न्यूज, बीकानेर। डेंगू का खतरा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। मौत का सिलसिला भी नहीं थम रहा है। ऐसी विकट स्थिति में भी निजी अस्पताल अपने स्वार्थ पूर्ति में लगे है। मरीजों को भर्ती कर मोटी कमाई करने वाले निजी अस्पताल का जमीर गिर गया है। मरीज की हालात बिगडऩे पर उन्हें डिस्चार्ज कर पीबीएम अस्पताल का रास्ता दिखाया जा रहा है। ऐसा एक नहीं दो नहीं कई मामले सामने आ चुके है। जिनमें मरीज को भर्ती कराते वक्त मरीज की 50 हजार से अधिक थी। लेकिन जैसे ही प्लेटलेट 10 हजार पहुंची तब निजी अस्पताल ने हाथ खड़े कर दिए और मरीज को पीबीएम अस्पताल रेफर कर दिया। बीकानेर में 50 निजी अस्पताल हैं। अधिकांश अस्पतालों में बुखार और डेंगू के मरीज भर्ती हैं। आइसीयू फुल हैं। अस्पतालों में हजारों का बिल बन रहा हैं। निजी अस्पताल मोटी कमाई करने में लगे है, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों की जांच तक नहीं कर रहे हैं।
जांच के नाम पर मची है लूट
डेंगू जैसी महामारी की जांच में भी निजी संस्थन मरीजों को लूट रहे हैं। मरीज सामान्य बुखार में भी डेंगू की जांच के लिए निजी लैबों में जा रहे हैं, जहां उनसे जांच के नाम पर 950 रुपए तक शुल्क वसुले जा रहे है। इसके अलावा सीबीसी जांच के 250 रुपए वसुले जा रहे है।


