
खुलासा पड़ताल : बीकानेर में है नकली मावे की खान, इतना खतरनाक है कि धीमी मौत दे रहा है , कुंभकर्णी नींद में जिम्मेदार






संपादक कुशाल सिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज, बीकानेर। दीपावली फेस्टिवल सीजन शुरू होते ही बाजार में मावे की मांग अचानक बढ़ गई है। बाजार में मांग को पूरा करने के लिए नकली मावा बाजार में बेचा जा रहा है। बड़े मुनाफे के चक्कर में बड़ी तादाद में मिलावट की जा रही है। यह इतना खतरनाक है कि धीमी मौत दे रहा है और किडनी और लिवर तक असर कर रहा है।
हैरानी की बात है कि नकली मावा लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है इसके बावजूद जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुंभकर्णी नींद में है।
खुलासा जांच-पड़ताल में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। शहर में दो-तीन मावा व्यापारियों ने दावा किया कि मावा 180 रुपए किलो है और पनीर भी यही रेट है, जितना चाहिए उतना मिल जाएगा। शुद्धता के सवाल पर तपाक से बोले कि जैसा पीछे से आ रहा है वैसा ही मिलेगा, हम खुद थोड़ी न तैयार करते हैं बीकानेर के ग्रामीण अंचल से मंगवाते हैं । 10 से अधिक दुकानों की पड़ताल में सामने आया कि बीकानेर से नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर सहित कई अन्य जिलों में निजी बसों के माध्यम से व्यापारियों की दुकानों तक पहुंचाया जा रहा है। इसका कोई किसी प्रकार का बिल नहीं होता है। कारण यह है कि नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर सहित कई अन्य जिलों के व्यापारियों को बीकानेर से सस्ता मावा मिल जाता है जिससे वे मिठाईयां तैयार कर बड़ा मुनाफा कमा रहे है। खुलासा टीम ने कई दुकानों पर जाकर व्यापारियों से बात की तो सभी ने मावे और पनीर के अलग-अलग रेट बताए। खास बात है कि सभी ने शुद्धता का दावा किया। किसी ने 180 तो किसी ने 210 से 230 और 260 रुपए प्रतिकिलो रेट बताया। एक व्यापारी ने 300 रुपए किलो का रेट बताते हुए यहां तक कहा कि वह मावा और पनीर खुद तैयार करता है, बाकी के पास तो नकली मावा है जो कि रेट कम बता रहे है।


