
रिपोर्ट में दावा- पूर्व राष्ट्रपति 2024 में दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव लड़े तो पत्नी मेलानिया नहीं देंगी साथ






पिछले साल नवंबर में हुए प्रेसिडेंट इलेक्शन में जो बाइडेन के हाथों शिकस्त खाने वाले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 2024 में फिर चुनाव मैदान में उतरने का मन बना रहे हैं। इस बीच खबर है कि ट्रम्प की पत्नी मेलानिया उनके इस फैसले से खुश नहीं हैं। दावा किया जा रहा है कि अगर ट्रम्प मैदान में उतरे तो मेलानिया उनका समर्थन नहीं करेंगी।
व्हाइट हाउस नहीं लौटना चाहतीं मेलानिया
CNN ने मेलानिया के एक करीबी सूत्र के हवाले से दावा किया है कि पूर्व प्रथम महिला व्हाइट हाउस में गुजारे गए वक्त को अब भूल जाना चाहती हैं। वे व्हाइट हाउस नहीं लौटना चाहतीं। यही वजह है कि वे नहीं चाहतीं कि ट्रम्प दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव मैदान में उतरें। मेलानिया के मुताबिक- व्हाइट हाउस उनके लिए अतीत का हिस्सा है। वे इसे पति की राजनीतिक महात्वाकांक्षा मानती हैं और इसको समर्थन देने के लिए तैयार नहीं हैं।
ट्रम्प के चुनाव हारने के फौरन बाद मेलानिया ने व्हाइट हाउस छोड़ने की तैयारी कर ली थी। अब वे बेटे के साथ आलीशान मार-ए-लेगो रिसॉर्ट में रहती हैं। वॉशिंटन के ट्रम्प टॉवर में भी उनके पास पेंटहाउस है। मेलानिया व्हाइट हाउस से निकलने के बाद से लोप्रोफाइल लाइफ जी रही हैं।
ट्रम्प लड़ सकते हैं चुनाव
अमेरिका में कोई भी अधिकृत उम्मीदवार राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकता है। हालांकि, वो दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति पद पर नहीं रह सकता। ट्रम्प एक बार राष्ट्रपति रह चुके हैं। दूसरी बार वे जो बाइडेन से हार गए थे। अब वे दूसरी बार चुने जाने के लिए तीसरी बार चुनाव लड़ सकते हैं। रिपब्लिकन पार्टी में अब भी ट्रम्प के कद और ताकत वाला कोई दूसरा नेता नहीं है। लिहाजा, उन्हें उम्मीदवार बनने में तो कोई दिक्कत नहीं आएगी।
ट्रम्प के आरोप और अदालती आदेश
बाइडेन की जीत को ट्रम्प अब तक धांधली बताते रहे हैं। उनका आरोप है कि पिछले साल नवंबर में हुए चुनाव में व्यापक धांधली हुई और अमेरिकी लोगों के वोट चोरी किए गए। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट और बाकी अमेरिकी अदालतों ने रिपब्लिकन पार्टी और ट्रम्प के तमाम मुकद्मों को खारिज कर दिया था।
चुनाव हारने के बाद तीन महीने तक ट्रम्प सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आए थे। फेसबुक और ट्विटर ने उन्हें बैन कर रखा है। उन्होंने अपने अलग प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों से संपर्क बढ़ाने की कोशिश की। इसमें भी वे ज्यादा कामयाब नहीं हुए।


