
इंदिरा गांधी नहर से जुड़े किसानों के लिए राहत की खबर






खुलासा न्यूज बीकानेर। पश्चिमी राजस्थान की मरूगंगा कही जाने वाली इंदिरा गांधी नहर परियोजना को लेकर राहत की खबर आई है। प्रदेश के करीब 15 जिलों के लिए वरदान इस नहर में नहरबंदी के दौरान हरियाणा के रोपड़ से दूषित पानी छोड़ा जाता लेकिन अब उस पर लगाम लगने जा रही है। जल संसाधन एसीएस अभय कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबधित अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं ताकि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के नियमों की सख्ती से पालना कर पेयजल व सिंचाई के लिए स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाया जा सके। बता दें कि इंदिरा गांधी नहर परियोजना से प्रदेश के 15 जिले लाभान्वित हो रहे हैं। जिनमें गंगानगर, हनुमानगढ़, अनूपगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, फलौदी, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, चूरू, झुंझुनू, सीकर सहित शामिल है। यहां पेयजल और सिंचाई के लिए काम लिया जाने वाले पानी के रूप में हरियाणा के रोपड़ से दूषित पानी पहुंचता था जिसके कारण गंभीर बीमारियों का खतरा रहता था लेकिन अब सरकार की इस सख्ती से राहत मिलती नजर आ रही है। जल संसाधन एसीएस अभय कुमार ने अधिकारियों को भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के नियमों की सख्ती से पालना के निर्देश देते हुए साफ कहा है कि क्षेत्र के आमजन को स्वच्छ पेयजल व किसानों को सिंचाई के लिए साफ-सुथरा पानी मुहैया करवाना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। बता दें कि इंदिरा गांधी नहर के जरिए राजस्थान में रोपड़ हैड हरियाणा का दूषित पानी आता था। खासकर नहरबंदी के दौरान रोपड़ से इंदिरा गांधी नहर परियोजना में हरिके बैराज से होता हुआ दूषित पानी पश्चिमी राजस्थान में पहुंचता था लेकिन अब सतलज नदी से होता हुआ पाकिस्तान जाएगा।


