
रीट परीक्षा पहले ही खुला भर्ती का बड़ा खेल, मत देना पेपर हो जायेगा सलेक्शन






जयपुर। सरकारी भर्तियों में अपना नाम देखने के लिए बेरोजगार जी जान लगा देते हैं लेकिन उसके बाद भी बहुत से प्रतियोगियों का सपना सच नहीं हो पाता। इसी बात का फायदा उठाकर ठग बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाते हैं और रुपयों के बदले बिना परीक्षा दिए ही भर्ती कराने का झांसा देते हैं। ऐसा ही एक बड़ा मामला कालवाड़ थाना क्षेत्र से सामने आया है। पहले तो पीडि़त को ठगों ने लूटा, उसके बाद पुलिस ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। केस तक दर्ज नहीं किया। बाद में जब जानलेवा हमले की नौबत आ गई तब जाकर पुलिस ने मामला दर्ज किया। अब ठगी समेत कई धाराओं में केस दर्ज कर जांच की जा रही है।
बेटे की जिद पर ब्याज पर रुपए लिए थे पिता ने, अब हालात खराब
दरअसल कालवाड़ क्षेत्र में रहने वाले गजानंद ने बाबूलाल और शिवा नाम के दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पूरा घटनाक्रम साल 2019 में फरवरी महीने का है। गजानंद जो कि कृषि पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहा था, उसकी मुलाकात बाबूलाल से हुई। बाबूलाल ने उसे बताया कि वह कुछ नेताओं और अफसरों को जानता है। सीधी भर्ती करा सकता है। इसके लिए कुछ रुपए लगते हैं। गजानंद ने इस बारे में अपने पिता से बात की और परीक्षा से कुछ दिन पहले अपने पिता के साथ गजानंद, बाबूलाल के घर पहुंचा।
वहां पर दीवार पर बड़े बडे राजनेताओं के साथ बाबूलाल की फोटो लगे हुए थे। साथ आए शिवा ने भी बाबूलाल के बारे में बढ़ चढक़र बताया। गजानंद अब पूरी तरह से बाबूलाल और शिवा की बातों में आ गया। बाबूलाल ने गजानंद को कहा कि परीक्षा से पहले चार लाख रुपए देने होंगे। उसके बार कोचिंग की भी जरुरत नहीं है। सीधे पेपर दे आना और बता देना। नंबर अपने आप आ जाएगा। बाबूलाल के कहने पर गजानंद ने अपने पिता से रुपए मांगे तो पिता ने ब्याज पर रुपए लाकर बेटे को दिए।
लेकिन फिर परीक्षा भी हो गई और नंबर भी नहीं आया। गजानंद ने रुपए वापस मांगे तो उसने मारने की धमकियां दी जाने लगीं। न तो डीसीपी और नही कालवाड पुलिस ने सुनवाई की। मुकदमा दर्ज कराने गया तो भगा दिया। इस बीच गजानंद पर जानलेवा हमला भी कराया गया। आखिर कोर्ट की दखल के बाद अब कालवाड़ पुलिस ने ठगी समेत पांच धाराओं में बाबूलाल और शिवा के खिलाफ केस दर्ज किया है।


