जौलीग्रांट एयरपोर्ट और ऋषिकेश के बीच रानीपोखरी का पुल ध्वस्त, कई वाहन नदी में गिरे; कुछ फंसे - Khulasa Online जौलीग्रांट एयरपोर्ट और ऋषिकेश के बीच रानीपोखरी का पुल ध्वस्त, कई वाहन नदी में गिरे; कुछ फंसे - Khulasa Online

जौलीग्रांट एयरपोर्ट और ऋषिकेश के बीच रानीपोखरी का पुल ध्वस्त, कई वाहन नदी में गिरे; कुछ फंसे

ऋषिकेश। ऋषिकेश क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। गुरुवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे रानीपोखरी के ऊपर बना पुल टूट गया। उस वक्त पुल के ऊपर से कई वाहन गुजर रहे थे। वाहनों के बहने की जानकारी सामने आई है। पुल का जो हिस्सा टूटा है, वहां कुछ वाहन फंस गए हैं और कुछ पलट गए हैं। वहीं, पुल के टूटने से दून का ऋषिकेश से संपर्क कट गया है। वहीं, अब अगर किसी को ऋषिकेश से देहरादून आना है तो उन्हें नेपाली फार्म होते हुए आना होगा।
रानीपोखरी थानाध्यक्ष जितेंद्र चौहान ने बताया कि नदी में बीते रोज से ही भारी मात्रा में पानी आ रहा था। पुल के दोनों किनारों पर पानी टक्कर मार रहा था। पेट्रोल पंप की दिशा में भू कटाव भी हुआ है। नदी के तेज प्रवाह के कारण पुल के मध्य में स्थित पुस्ते क्षतिग्रस्त हो गए। मौके पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
पुल के बीच में फंसे वाहनों को निकालने की कोशिश हो रही है। इस पुल के टूट जाने से गढ़वाल मंडल का राजधानी और एयरपोर्ट से सडक़ संपर्क टूट गया है। देहरादून जाने वाले जो भी वाहन ने वह अब नेपाली फार्म वाया भानिया वाला होकर भेजे जा रहे हैं।
ऋषिकेश से देहरादून डोईवाला रानीपोखरी आदि क्षेत्रों में आने वाले ट्रैफिक को ऋषिकेश नटराज से नेपाली फार्म को होकर देहरादून भेजा जा रहा है, जबकि देहरादून से रानीपोखरी ऋषिकेश को जाने वाला ट्रैफिक भानियावाला हरिद्वार बाईपास नेपाली फार्म से होकर ऋषिकेश भेजा जा रहा है। रानीपोखरी थानाध्यक्ष ने बताया कि पुल के दोनों ओर ट्रैफिक रोक दिया गया है‌‌। उप जिलाधिकारी डोईवाला लक्ष्मी राज चौहान ने बताया कि थानों भोगपुर मार्ग पर भी पानी के बहाव को देखते हुए ट्रैफिक रोका गया है।
वहीं, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता दिनेश सिधवाल ने बताया कि देहरादून राजधानी के निकट रानीपोखरी पुल 1964 में बना था। इस पुल के दो पैनल टूटे हैं। मौके पर जिलाधिकारी देहरादून पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि पूरे घटनाक्रम पर नजर रखी गई है। फिलहाल दोनों और ट्रैफिक रोक दिया गया है। गढ़वाल को राजधानी से जोडऩे वाला यह महत्वपूर्ण पुल है।
फिलहाल, इससे किसी तरह के जानमाल का कोई नुकसान नहीं है। पुल के धसने से पहले दो छोटे हाथी वाहन एक होमिनी वाहन नीचे फंसे हुए हैं। प्रशासन पानी रुकने का इंतजार कर रहा है, जिससे पुल के नीचे धंसे वाहनों को निकाले जाने की प्रक्रिया की जाएगी।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26