
कांग्रेस कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में बहुत कुछ कह गए रंधावा व डोटासरा, पढ़ें खबर





खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर में शुक्रवार का दिन कांग्रेस में चर्चा का दिन रहा। कहीं किसी के बयान से आपसी कलश सामने आई तो कहीं स्थानीय पदाधिकारियों में आलाकमान को लेकर ढिल्लाई नजर आई। जिसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ा। प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा शहर जिलाध्यक्ष व देहात अध्यक्ष को दी गई नसीहत पार्टी सहित आम-आदमी में चर्चा का विषय रही।
दरअसल, बीकानेर सूरज टॉकिज में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा व नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली मौजूद थे। इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि मैं और डोटासरा कई लोगों का टिकट काटना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं कर पाए। उन्होंने ये स्वीकार किया कि डोटासरा के साथ मिलकर स्टैंड नहीं ले पाए। इस दौरान वे बोले कि अगर हमारे निर्णय लागू होते को राज्य में कांग्रेस की सरकार फिर आ जाती। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद तीन पूर्व मंत्रियों (डॉ. बी.डी. कल्ला, गोविंद मेघवाल और भंवर सिंह भाटी) की ओर इशारा करते हुए कहा कि गलती हमारी है कि हमने यहां तीन-तीन मंत्री बनाए और तीनों मंत्रियों को फिर से टिकट दिया। मैं देख रहा हूं, इस कार्यक्रम में भी इनके साथ कोई नहीं आया।
डोटासरा नजर आए तीखे तेवर में, दे डाली नसीहत
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जुली ने कहा कि भजनलाल सरकार ने सौ दिन की कार्य योजना बनाने का निर्णय किया था। कहां गई वो कार्य योजना? उन्होंने आरोप लगाया कि ये सरकार कोई काम नहीं कर रही है। लोकसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिलेगा। कार्यक्रम में पीछे का बॉक्स खाली देखकर डोटासरा भड़क गए और कहा कि जो लोग नहीं आए हैं, उन्हें पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए, ऐसे कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं है। इस दौरान डोटासरा ने दोनों जिलाध्यक्षों को भी फटकार लगाई कि वे संख्या बल जुटा नहीं आए। अगर काम नहीं करना है तो यह जिम्मेदारी किसी ओर को दीजिए। डोटासरा ने तो यह तक कह दिया कि जो कार्यक्रम में नहीं पहुंचा उसका रिपोर्ट बनाकर भेजी जाए, ऐसे कार्यकर्ताओं की पार्टी को कतई जरूरत नहीं है।


