
बहनें बांधेंगी भाइयों की कलाई पर राखी, रहेगा भद्रा का साया







बहनें बांधेंगी भाइयों की कलाई पर राखी, रहेगा भद्रा का साया
शहर में रक्षाबंधन पर्व बुधवार को मनाया जाएगा। बहनें अपने भाइयों को तिलक कर, मिष्ठान खिलाकर कलाई पर राखी बांधेंगी। भद्रा होने के पूरे दिन रक्षाबंधन पर्व नहीं मना सकेंगे। कई लोग गुरुवार को भी रक्षाबंधन पर्व मनाएंगे। पारम्परिक मान्यतानुसार सावन शुक्ल पूर्णिमा पर रविवार को रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। इस बार भद्रा का साया रहेगा। पुरोहितों और पंचांग के अनुसार बुधवार को भद्रा सुबह 10.59 बजे से शुरू होकर रात 9.02 बजे पर समाप्त होगी। भद्रा के दौरान राखी बांधना अशुभ होता है। भद्रा की शुरुआत से पहले सुबह 10.58 बजे और रात्रि 9:02 से मध्यरात्रि 12:28 बजे आप राखी बांधी जा सकेगी। इसके अलावा गुरुवार को सुबह 7.37 मिनट तक भी राखी का पर्व मनाया जा सकेगा।बहनें अपने भाइयों के तिलक कर, मिष्ठान खिलाकर राखियां बांधेंगी। भाई भी बहनों को उपहार, कपड़े और अन्य सामग्री भेंट देंगे। शहर में केंद्रीय कारावास में भी कैदियों के बहनें राखियां बांधेंगी। मंदिरों में भी भगवान श्रीकृष्ण, सिद्धि विनायक, भगवान शिव-पार्वती के राखी बांधी जाएगी।


