
क्रिकेट में अपना जलवा बिखेरने वाले राजेश विश्नोई बाफना स्कूल में विद्यार्थियों से रूबरू






बीकानेर. राजस्थान रणजी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और आईपीएल लीग में अपने खेल से जलवा बिखेरने वाले बीकानेर के राजेश विश्नोई आज बाफ ना स्कूल में विद्यार्थियों से रूबरू हुए। स्पोर्ट्स एज एन अपॉर्चुनिटी फ ॉर करियर के संदर्भ में एक एक्सपर्ट टॉक का आयोजन स्कूल परिसर में रखा गया। जिसमें राजेश विश्नोई ने अपने विचार रखें।
राजेश विश्नोई ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में स्पोर्ट्स में बहुत शानदार करियर अपॉर्चुनिटीज मौजूद हैं। आज स्पोर्ट्स में रुतबा, सम्मान और धन सब कुछ है। आप भी स्पोर्ट्स को अपना करियर बनाकर यह सब हासिल कर सकते हैं। बस इसके लिए स्पोर्ट्स के प्रति आपका जुनूनए रुचि और समर्पण होना जरूरी है। खेल और शिक्षा दोनों का समागम आपको एक बेहतर और कामयाब इंसान बना सकता है।बस आप लक्ष्य को सदैव अपने दिमाग में रखें और उसके लिए सटीक प्लानिंग के साथ काम करें तो निश्चित ही आप सफलता पा सकते हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि खेल हमें बहुत सारी चीजें सिखाता है जिसमें एक टीम के रूप में कैसे कार्य किया जाता हैए अपनी कमियों को किस तरह से दूर कर सकते हैं और किस प्रकार से विपरीत परिस्थितियों से हम लड़ सकते हैं। विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए विभिन्न सवाल जिनमें आप किसे अपना आइडल मानते हैंए आपने शिक्षा और स्पोर्ट्स के साथ कैसे तालमेल बैठायाए स्पोर्ट्स में अभिभावकों की क्या भूमिका रहीए टर्निंग पॉइंट कौन सा था जिसने आपको सितारा बनायाए यादगार क्षण जिसे आप कभी भी भुला नहीं सकते हैं आदि के जवाब उन्होंने बहुत बैबाकी से दिए। उन्होंने विराट कोहलीए राहुल द्रविड़ और एम एस धोनी के साथ बिताए समय को अपना स्वर्णिम काल बताया तथा उनसे लिए अनुभवों को भी बच्चों के साथ साझा किया।
स्कूल के सीइओ डॉ पीएस वोहरा ने बताया कि स्कूल अपने विद्यार्थियों को एकेडमिक्स के साथ.साथ अन्य क्षेत्रों और गतिविधियों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाती रहती है जिसके माध्यम से विद्यार्थी उन सभी संभावनाओं को जान सकते हैं जो उनकी रूचि का हिस्सा है तथा उसमें भी वे अपना करियर बना सकते हैं। इसके साथ ही वे यह भी जान सकते हैं कि एकेडमिक्स के अलावा भी दुनिया में बहुत कुछ है जिसके माध्यम से वे खुद को स्थापित कर सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में स्कूल की तरफ से श्री राजेश विश्नोई का सम्मान किया गया।


