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‘मोदीजी! मां करणी जी री मातृभाषा राजस्थानी री जुबान रो ताळो खोलो’, राजस्थानी मोट्यार परिषद ने रखी मांग

खुलासा न्यूज बीकानेर। ऑपरेशन सिंदूर की जबरदस्त कामयाबी और प्रचंड सफलता के बाद सबसे पहले पाक बोर्डर स्थित बीकानेर जिले में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीकाणा आगमन की पूर्व संध्या पर राजस्थानी मोट्यार परिषद ने प्रधानमंत्री के अभिनंदन हेतु एक मिटिंग रखी। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संभवत: देश के प्रथम प्रधानमंत्री जो मां करणी जी के दरबार में हाजिरी देने आ रहे हैं। इसके बाद वह कईं विकास परियोजनाओं, रेलवे स्टेशनों आदि का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे एवं पलाना में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।

राजस्थानी मोट्यार परिषद ने प्रधानमंत्री के इस ऐतिहासिक दौरे का स्वागत एवं अभिनन्दन किया है और मांग कि है कि मां करणी जी एवं सभी संत-सुरमावां और जन-जन की मातृभाषा राजस्थानी जो देश में सातवीं सबसे ज्यादा बोली जाने वाली एवं हिन्दी से भी प्राचीन भाषा है। प्रधानमंत्री से निवेदन है कि जल्द ही इसे आठवीं अनुसूची में शामिल करे एवं राज्य सरकार तुरंत प्रभाव से निर्देश दें कि राज्य सरकार प्रदेश की राजभाषा घोषित करे। और यह घोषणा कल ही बीकानेर की पावन धरा से ही करें।

हमारी मातृभाषा राजस्थानी की मान्यता का आन्दोलन आजादी के बाद से ही गॉंधीवादी तरीके से चल रहा है, राजस्थानी भाषा गुजराती भाषा की बहिन है, गुजराती भाषा की जिस ढंग से सुध ली गई उसी ढंग से राजस्थानी भाषा की भी मोदी सरकार सुध लें।

राजस्थानी मोट्यार परिषद ने ऑपरेशन सिंदूर की अपार सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त कर देशप्रेम एवं देशभक्ति के नारे लगाए साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की आम सभा में दल बल के साथ चलने का आह्वान किया गया।

इस मिटिंग में एड. हिमांशु टाक, राजेश चौधरी, प्रशान्त जैन, डॉ. नमामीशंकर आचार्य, रामोवतार उपाध्याय, डॉ. गौरीशंकर प्रजापत, श्याम गहलोत, कमल मारू, सरजीत सिंह, सुभकरण उपाध्याय, मोहन गेधर, नखतूचंद, पप्पू सिंह, ब्रह्म कुमार गहलोत, श्याम सुंदर गहलोत,दिनेश शर्मा,मुकेश, मनमोहन ओझा,एड. राजेश कड़वासरा, योगेश व्यास, आदि शामिल थे।

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